Israel Hezbollah War: इजराइल के हवाई हमले में लेबनान और सीरिया के बीच एक प्रमुख सीमा चौकी पर सड़क संपर्क कट गया है. दरअसल, इज़रायली वायु सेना के लड़ाकू विमानों ने गुरुवार रात को सीरिया और लेबनान के बीच स्थित कई सीमा चौकियों और भूमि मार्गों पर हवाई हमले किए. इन हमलों का मकसद हथियारों की आपूर्ति को रोकना था, जो इजरायल के अनुसार, हिजबुल्लाह तक पहुंचाए जा रहे थे. उधर, आईडीएफ का कहना है कि, उत्तरी लेबनान और सीरिया के बीच अरीदा क्रॉसिंग के साथ-साथ अल-कुसायर क्षेत्र में कई मार्गों पर हमले किए गए.
सीरिया की सरकारी न्यूज एजेंसी SANA ने कहा कि हमलों के बाद अरीदा क्रॉसिंग सेवा से बाहर कर दी गई है. इजरायली सेना ने बताया कि यह हवाई हमले हिजबुल्लाह की यूनिट 4400 के खिलाफ अभियान का हिस्सा थे, जिसका काम ईरान और उसके प्रॉक्सी समूहों से लेबनान तक हथियारों की आपूर्ति करना है. यह हमले एक ऐसे समय में किए गए हैं, जब इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच संघर्षविराम लागू हुआ है.
Hezbollah के खिलाफ IDF का सैन्य अभियान जारी
इस बीच इजरायली सुरक्षा बलों (IDF) ने यह भी साफ किया कि वे संघर्षविराम के बावजूद, लेबनान और सीरिया में किसी भी तरह की हथियारों की आपूर्ति को रोकने के लिए कार्रवाई करते रहेंगे. IDF ने यह भी कहा कि उनकी 146वीं डिवीजन के सैनिकों ने दक्षिणी लेबनान के पश्चिमी क्षेत्र में कई रॉकेट लॉन्चर पाए और नष्ट किए.
सेना ने कहा, "आईडीएफ युद्ध विराम की शर्तों को बनाए रखते हुए इजरायल और लेबनान के बीच समझौते के अनुसार काम करती है. दक्षिणी लेबनान में अभी भी सैनिक तैनात हैं, और सेना ने कहा है कि वह इजरायल और उसके नागरिकों के लिए किसी भी खतरे का सामना करने के लिए कार्रवाई करेगी.
लेबनान और इज़राइल के बीच तनाव की स्थिति
हालांकि इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच संघर्षविराम जारी है. बावजूद इसके इजरायल में उत्तर के समुदायों में शुक्रवार को रॉकेट हमले की आशंका के कारण सायरन की आवाज़ सुनाई दी. हालांकि, बाद में यह साफ किया गया कि यह केवल एक "गलत पहचान" था और कोई वास्तविक खतरा नहीं था.
सोमवार को हिजबुल्लाह ने माउंट डोव क्षेत्र पर दो मोर्टार दागे थे, जहां इज़राइल की सैन्य चौकियां स्थित हैं, और इसे संघर्षविराम का उल्लंघन माना गया. इसके जवाब में, इजरायली सेना ने लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों और रॉकेट लॉन्चर पर हवाई हमले किए.
इजरायल ने हिजबुल्लाह को लेकर दी कड़ी प्रतिक्रिया
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हिजबुल्लाह द्वारा किए गए हमले की कड़ी निंदा की और कहा कि इस तरह के उल्लंघनों पर इज़राइल "कड़ी प्रतिक्रिया" देगा. उन्होंने यह भी कहा, "हम संघर्षविराम को लागू करने के लिए दृढ़ हैं. इसके लिए हिजबुल्लाह द्वारा किसी भी उल्लंघन का जवाब देंगे, चाहे वह मामूली ही क्यों न हो.
रक्षा मंत्री इज़रायल काटज़ ने चेतावनी दी कि अगर हिजबुल्लाह ने संघर्षविराम का उल्लंघन जारी रखा, तो लेबनान सरकार को भी जवाबदेह ठहराया जाएगा और इजरायल की सैन्य प्रतिक्रिया में हिजबुल्लाह और लेबनान के बीच कोई भेद नहीं किया जाएगा.
संघर्षविराम और शांति प्रक्रिया जारी
संघर्षविराम, जो पिछले बुधवार को लागू हुआ था, उसके तहत इजरायल को 60 दिनों के भीतर दक्षिणी लेबनान से अपनी सेना को हटा लेना है. इसके साथ ही लेबनान सेना को उस क्षेत्र की जिम्मेदारी सौंपनी है. एक अमेरिकी-नेतृत्व वाली समिति संघर्षविराम उल्लंघनों के मामलों का समाधान करेगी.