Israel-Hamas Ceasefire Deal: हमास ने हाल ही में ऐलान किया है कि हमास ग्रुप गाजा संघर्ष विराम समझौते के अनुसार "जेलों में बंद कैदियों के आदान-प्रदान समेत" सभी शर्तों को लागू करता रहेगा, जैसा कि हस्ताक्षरित समझौते में तय किया गया था. दरअसल, इजरायल और हमास के बीच हुए समझौते में लिखित समय-सीमा के अनुसार इजरायल में बंदी बनाए गए फिलिस्तीनी सुरक्षा कैदियों के बदले में गाजा में बंधक बनाए गए अपने लोगों को रिहा करेगा.
द टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के मुताबिक, यह बयान शीर्ष हमास अधिकारी खलील अल-हय्या के नेतृत्व में हमास प्रतिनिधिमंडल के मध्यस्थों के साथ बातचीत के लिए काहिरा पहुंचने के एक दिन बाद आया है. उधर, हमास का कहना है कि मिस्र और कतर के मध्यस्थों ने गाजा पट्टी में मानवीय सहायता के निरंतर प्रवाह को रोकने वाली बाधाओं को हटाने का वादा किया है.
इज़राइली मंत्री ने युद्ध फिर से शुरू करने की दी धमकी
अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार मध्यस्थों ने समझौते के मानवीय प्रावधानों को लागू करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की है. नेटवर्क ने गाजा में प्रवेश करने के लिए प्रतीक्षा कर रहे ट्रकों की तस्वीरें प्रसारित कीं, जिनमें जाहिर तौर पर मोबाइल घर और मिट्टी हटाने वाले उपकरण शामिल थे. सोमवार को हमास ने शनिवार को तय बंधकों की रिहाई में देरी करने की धमकी दी थी. इसके साथ ही इजरायल पर पट्टी तक मानवीय सहायता पहुंचने से रोकने का आरोप लगाया था, जिसे इजरायल ने अस्वीकार कर दिया था.
इज़राइल मंत्री की धमकी
हालांकि, इससे पहले, इज़राइल के रक्षा मंत्री इसराइल कैट्ज ने चेतावनी दी थी कि यदि गाजा संघर्ष में स्थिरता नहीं आती है, तो इज़राइल युद्ध फिर से शुरू करने पर विचार कर सकता है. यह धमकी शनिवार को तीन इज़राइली नागरिकों की रिहाई पर मंडरा रही है, जिन्हें हमास ने युद्धबंदी बना रखा था.
क्या है संघर्ष विराम समझौता?
दरअसल, गाजा में संघर्ष विराम समझौते के तहत दोनों पक्षों के बीच युद्धविराम की घोषणा की गई थी, जिसमें युद्धबंदी और कैदियों की अदला-बदली प्रमुख मुद्दे थे.। हालांकि, इज़राइल और हमास के बीच संबंध तनावपूर्ण रहे हैं, और हमास की ओर से लगातार कहा जा रहा है कि वे समझौते की शर्तों का पालन करेंगे.