Israel Army Raid Al Jazeera Offices: इजराइली सेना ने रविवार तड़के इजराइली कब्जे वाले वेस्ट बैंक पर अल जजीरा के कार्यालय पर छापा मारा और ब्यूरो को बंद करने का आदेश दिया. अल जजीरा की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारी हथियारों से लैस और नकाबपोश इजरायली सैनिकों ने रविवार की सुबह ऑफिस में प्रवेश किया और नेटवर्क के वेस्ट बैंक ब्यूरो चीफ वालिद अल-ओमारी को 'सब कुछ' बंद करने का आदेश दिया. हालांकि, उन्होंने इस आदेश का कोई कारण नहीं बताया.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, कतर स्थित चैनल ने लाइव फुटेज प्रसारित किया, जिसमें इजरायली सैनिक चैनल के कार्यालय पर धावा बोल रहे थे और प्रसारण बाधित होने से पहले अल जजीरा टीवी के एक कर्मचारी को सैन्य बंद का आदेश दे रहे थे.
एक सैनिक को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि अल जज़ीरा को 45 दिनों के लिए बंद करने का कोर्ट का आदेश है. नेटवर्क ने इस बातचीत को टेलीविजन पर लाइव प्रसारित किया. सैनिक ने कहा कि मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आप सभी कैमरे लेकर इस समय कार्यालय से बाहर चले जाएं.
HAPPENING NOW:
— sarah (@sahouraxo) September 22, 2024
Israeli soldiers are raiding Al Jazeera’s office in Ramallah and forcing it to stop broadcasting in the West Bank for 45 days.
Israel is planning something terrifying across the West Bank, and doesn’t want the world to see. pic.twitter.com/mVr07W6A6M
रॉयटर्स के मुताबिक, फिलिस्तीनी पत्रकार सिंडिकेट ने इजरायल के इस कदम की निंदा करते हुए कहा कि ये मनमाना सैन्य निर्णय पत्रकारिता और मीडिया कार्यों के खिलाफ एक नया उल्लंघन माना जाता है, जो फिलिस्तीनी लोगों के खिलाफ कब्जे के अपराधों को उजागर करता रहा है.
गाजा सरकार के मीडिया कार्यालय ने भी रविवार को इजरायली कदम को गलत बताया. उसने कहा कि हम दुनिया भर में मानवाधिकारों से जुड़े सभी मीडिया संगठनों और समूहों से इस जघन्य अपराध की निंदा करने का आह्वान करते हैं... यह प्रेस और मीडिया की स्वतंत्रता का घोर उल्लंघन है.
मई के महीने में, इज़रायली अधिकारियों ने अल जज़ीरा की ओर से अपने कार्यालय के रूप में उपयोग किए जाने वाले यरुशलम के एक होटल के कमरे पर छापा मारा था, क्योंकि सरकार ने यह कहते हुए अल जज़ीरा टीवी स्टेशन के स्थानीय परिचालन को बंद करने का फैसला किया था कि इससे राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा है.
अल जजीरा की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि मीडिया अधिकार समूहों ने इजरायल सरकार की आलोचना करते हुए कहा है कि उसने गाजा में चल रहे युद्ध के दौरान पत्रकारों, विशेषकर फिलीस्तीनी पत्रकारों पर प्रतिबंध लगाए हैं और उन पर हमले किए हैं.