menu-icon
India Daily

मॉस्को में मिले अमेरिका के दो कट्टर दुश्मन, ट्रंप के लिए बजी खतरे की घंटी

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार को मॉस्को में ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराकची से मुलाकात की और ईरान के परमाणु ठिकानों पर अमेरिकी मिसाइल और बम हमलों की कड़ी निंदा की.

auth-image
Edited By: Sagar Bhardwaj
Irans foreign minister meets Putin in Moscow after US attack

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार को मॉस्को में ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराकची से मुलाकात की और ईरान के परमाणु ठिकानों पर अमेरिकी मिसाइल और बम हमलों की कड़ी निंदा की. इस मुलाकात में दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय तनाव और द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा की.

रूस ईरान की जनता की सहायता के लिए प्रतिबद्ध

पुतिन ने टेलीविजन पर प्रसारित बयान में अराकची से कहा, "ईरान के खिलाफ पूरी तरह से बिना उकसावे वाला हमला न तो आधार पर टिका है और न ही इसका कोई औचित्य है." उन्होंने जोर देकर कहा कि रूस ईरानी जनता की सहायता के लिए प्रतिबद्ध है. "हमारी ओर से, हम ईरानी लोगों की मदद के लिए प्रयास कर रहे हैं." पुतिन ने अराकची के मॉस्को दौरे पर खुशी जताते हुए कहा, "मुझे बहुत खुशी है कि आप आज मॉस्को में हैं, यह हमें इन जरूरी मुद्दों पर चर्चा करने और आज की स्थिति से निकलने के तरीकों पर एकसाथ सोचने का मौका देगा."

आत्मरक्षा में वैध कार्रवाई कर रहा ईरान

अराकची ने पुतिन से कहा कि ईरान वैध आत्मरक्षा में कार्रवाई कर रहा है. उन्होंने अमेरिकी हमलों की निंदा करने के लिए रूस का आभार व्यक्त किया और कहा, "रूस आज इतिहास और अंतरराष्ट्रीय कानून के सही पक्ष में खड़ा है." 

अमेरिकी ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर किए हमले

अमेरिका ने बी-2 बॉम्बर्स और टॉमहॉक मिसाइलों का उपयोग कर ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर हमला किया और इसे सफल बताया, दावा किया कि ईरान की परमाणु महत्वाकांक्षाएं खत्म हो गईं. शनिवार के हमलों से पहले, मॉस्को ने चेतावनी दी थी कि अमेरिकी सैन्य हस्तक्षेप पूरे क्षेत्र को अस्थिर कर सकता है. क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने पुतिन को हमलों की विस्तृत जानकारी पहले नहीं दी थी, हालांकि इजरायल-ईरान युद्ध में अमेरिकी भूमिका पर चर्चा हुई थी. "कोई विस्तृत जानकारी नहीं थी. ईरान का विषय हाल की बातचीत में बार-बार उठा, रूस ने कुछ प्रस्ताव रखे, लेकिन इस बारे में कोई सीधा विवरण नहीं था."

रूस-ईरान रणनीतिक साझेदारी
इस साल जनवरी में ईरान और रूस ने एक रणनीतिक सहयोग संधि पर हस्ताक्षर किए, लेकिन इसमें पारस्परिक रक्षा खंड शामिल नहीं था.