इजरायल के साथ संघर्ष शुरू होने के बाद पहली बार ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनेई सार्वजनिक रूप से सामने आए. ईरानी सरकारी टीवी के अनुसार, ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने 13 जून को इजरायल और ईरान के बीच शुरू हुए 12 दिवसीय युद्ध के बाद शनिवार को पहली बार सार्वजनिक रूप से उपस्थिति दर्ज कराई. रॉयटर्स द्वारा दी गई रिपोर्ट में दिखाया गया कि खामेनेई आशूरा की पूर्व संध्या पर तेहरान में एक शोक समारोह में भाग ले रहे थे.
फ़ार्स न्यूज़ एजेंसी ने एक्स पर इस घटना की फुटेज शेयर की है जिसमें खामेनेई को अपने दफ़्तर और घर के बगल में स्थित मस्जिद में प्रवेश करते समय भीड़ की ओर हाथ हिलाते और सिर हिलाते हुए दिखाया गया है. उन्हें ईरान के संसद अध्यक्ष सहित वरिष्ठ अधिकारियों के बीच बैठे देखा गया. समारोह के दौरान खामेनेई की ओर से कोई सार्वजनिक टिप्पणी नहीं की गई.
इस कार्यक्रम के ज़रिए वह कई हफ़्तों तक सार्वजनिक रूप से अनुपस्थित रहने के बाद वापस आए हैं, एपी के अनुसार, ऐसा शायद इज़रायल के साथ लड़ाई के दौरान सुरक्षा चिंताओं के कारण हुआ है. ईरान में सभी बड़े फ़ैसलों पर ख़ामेनेई का अंतिम फ़ैसला होता है.
ईरान ने हाल ही में हुए संघर्ष में 900 से ज़्यादा लोगों की मौत की बात स्वीकार की है, जबकि हज़ारों लोग घायल हुए हैं. देश ने यह भी पुष्टि की है कि उसके परमाणु प्रतिष्ठानों को नुकसान पहुंचा है, हालांकि हमलों के शुरू होने के बाद से ही उसने संयुक्त राष्ट्र के परमाणु निरीक्षकों को वहां जाने से मना कर दिया है.
लड़ाई तब शुरू हुई जब इजरायल ने ईरानी परमाणु स्थलों, सैन्य सुविधाओं और उच्च पदस्थ अधिकारियों पर हमले शुरू किए. जवाब मेंईरान ने इजरायल पर 550 से ज़्यादा बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं. जबकि ज़्यादातर मिसाइलों को रोक दिया गया, लेकिन जो मिसाइलें लगीं, उनसे नुकसान हुआ और 28 लोग मारे गए.