Canada Protest: सैकड़ों की संख्या में भारतीय छात्र कनाडा की सड़कों पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. कनाडा सरकार की आव्रजन नीतियों में बदलाव के चलते छात्र विरोध प्रदर्शन के लिए उतरे हैं. छात्रों को डर है कि कनाडा की नई आव्रजन नीतियों के कारण उनके निर्वासन का रास्ता साफ हो सकता है.
आव्रजन नीति में बदलाव के बाद भारत ही नहीं दुनियाभर के छात्रों ने कनाडाई सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. पूरे देश में 70,000 से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय छात्रों संघीय सरकार के खिलाफ लामबंद हो गए हैं. ऐसे में सवाल खड़ा हो गया है जो छात्र यहां नई जिंदगी का सपना लेकर आए थे,वह अब क्या करेंगे?
प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की सरकार द्वारा घोषित नए परिवर्तनों जिसमें स्टडी परमिट पर भी बैन लगाने की बात कही गई है. नए परिवर्तनों में स्थायी निवास के नामांकन में 25 फीसदी कटौती की बात कही गई है. इसके तहत वहां रहने वाले छात्रों के निर्वासन का खतरा बढ़ गया है. सिटी न्यूज टोरंटो की रिपोर्ट के अनुसार, कई छात्र जो अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद स्थायी निवास के लिए आवेदन करना चाहते थे अब भारी कर्ज और टूटे सपनों के बोझ तले दबे हुए हैं. नीतिगत बदलावों का इन छात्रों पर बहुत बुरा असर पड़ा है.
ट्रूडो सरकार ने साल 2022 में लाए गए उस प्रस्ताव को वापस ले लिया जिसमें अस्थायी विदेशी श्रमिकों के आवेदन को स्वीकार करने की बात कही गई थी. सरकार ने प्रस्ताव को वापस लेते हुए कहा कि इससे अस्थायी विदेशी श्रमिकों की संख्या में कमी आएगी. यह निर्णय ऐसे समय में आया है जब जस्टिन ट्रूडो की सरकार अस्थायी निवासियों की संख्या को लेकर बढ़ती चिंताओं से जूझ रही है.
ट्रूडो की कैबिनेट स्थायी निवास धाराओं में कटौती पर भी विचार कर रही है. कनाडाई प्रधानमंत्री ने कहा कि हम यह सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न धाराओं पर विचार कर रहे हैं कि जैसे-जैसे हम आगे बढ़ेंगे, कनाडा एक ऐसा स्थान बना रहेगा जो आप्रवासन के लिए अपने समर्थन में सकारात्मक रहेगा, लेकिन जिस तरह से हम एकीकृत होते हैं और यह सुनिश्चित करते हैं कि कनाडा आने वाले हर व्यक्ति के लिए सफलता के रास्ते हों, उसमें भी हम जिम्मेदार होंगे.