India-Pakistan Relation: भारत ने शनिवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को कड़ी प्रतिक्रिया दी. यह प्रतिक्रिया संयुक्त राष्ट्र में ऑपरेशन सिंदूर पर उनकी टिप्पणी के एक दिन बाद आई है . संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन की प्रथम सचिव, पेटल गहलोत ने अपने जवाबी अधिकार का इस्तेमाल करते हुए कहा, एक तस्वीर हजार शब्द बयां करती है और हमने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान बहावलपुर और मुरीदके आतंकी ठिकानों पर भारतीय सेना द्वारा मारे गए आतंकवादियों की कई तस्वीरें देखीं.
जब वरिष्ठ पाकिस्तानी सैन्य और असैन्य अधिकारी सार्वजनिक रूप से ऐसे कुख्यात आतंकवादियों का महिमामंडन और श्रद्धांजलि देते हैं, तो क्या इस शासन की प्रवृत्ति पर कोई संदेह हो सकता है?' उस नुकसान की तस्वीरें, जाहिर है, सार्वजनिक रूप से उपलब्ध हैं. उन्होंने कहा, 'अगर नष्ट हो चुके रनवे और जले हुए हैंगर जीत की तरह लगते हैं, जैसा कि प्रधानमंत्री ने दावा किया है, तो पाकिस्तान इसका आनंद ले सकता है.'
शरीफ ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान भारत के साथ समग्र वार्ता के लिए तैयार है, साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया कि उसने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय जेट विमानों को मार गिराया था और उन्हें 'कबाड़ और धूल' में बदल दिया था. उन्होंने यह भी दावा किया कि पहलगाम हमले के बाद भारत 'राजनीतिक लाभ' चाहता था.
गहलोत ने कहा कि भारत के साथ संघर्ष के बारे में शरीफ का विवरण विचित्र था. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने भारत के साथ हालिया संघर्ष का एक विचित्र विवरण भी दिया. इस मामले का रिकॉर्ड साफ है. 9 मई तक, पाकिस्तान भारत पर और हमलों की धमकी दे रहा था. लेकिन 10 मई को, सेना ने हमसे सीधे लड़ाई बंद करने की गुहार लगाई.'
#WATCH | New York | Exercising the right of reply of India on Pakistan PM Shehbaz Sharif's speech, First Secretary in India's Permanent Mission to the UN, Petal Gahlot says, "A picture speaks a thousand words and we saw many pictures of terrorists slain in Bahawalpur and Muridke… pic.twitter.com/suujcgKvGI
— ANI (@ANI) September 27, 2025
शरीफ ने कहा, 'मजबूत स्थिति में होने के बावजूद, पाकिस्तान राष्ट्रपति ट्रंप के साहसिक और दूरदर्शी नेतृत्व में युद्धविराम के लिए सहमत हुआ.' शरीफ ने आगे कहा, 'हमारे क्षेत्र में शांति को बढ़ावा देने में राष्ट्रपति ट्रंप के अद्भुत और उत्कृष्ट योगदान के सम्मान में, पाकिस्तान ने उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित किया है. कम से कम हम इतना तो कर ही सकते थे... मुझे लगता है कि वह सचमुच शांति के पुजारी हैं.'
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे, के जवाब में 7 मई को पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया गया था.