PM Modi Maldives Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय विदेश दौरे पर मालदीव पहुंचे, जहां उन्हें देश की स्वतंत्रता की 60वीं वर्षगांठ पर मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया. यह दौरा भारत और मालदीव के रिश्तों में एक महत्वपूर्ण मोड़ माना जा रहा है, खासकर ऐसे समय में जब दोनों देशों के संबंध हाल के वर्षों में कुछ तनावपूर्ण रहे हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक माले में प्रधानमंत्री मोदी का भव्य स्वागत किया गया. उन्होंने मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के साथ व्यापार, रक्षा और समुद्री सुरक्षा जैसे अहम क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने को लेकर विस्तृत चर्चा की. दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय निवेश समझौते को जल्द अंतिम रूप देने और मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत शुरू करने पर सहमति जताई.
प्रधानमंत्री मोदी ने मालदीव को 4,850 करोड़ रुपये की लोन सहायता प्रदान करने की घोषणा की. उन्होंने कहा, "इस राशि का उपयोग मालदीव में बुनियादी ढांचे के विकास से संबंधित परियोजनाओं के लिए, देश की जनता की प्राथमिकताओं के अनुरूप किया जाएगा."
अपने बयान में पीएम मोदी ने कहा, “हमारे संबंधों की जड़ें इतिहास से भी पुरानी हैं और सागर जितनी गहरी हैं.” उन्होंने भरोसा दिलाया कि भारत-मालदीव मित्रता परिस्थितियों से ऊपर है और हमेशा "उज्ज्वल और स्पष्ट" रहेगी.
26 जुलाई यानी आज पीएम मोदी की मालदीव यात्रा पूरी हो जाएगी. वे 10:45 से 12:40 बजे के बीच वहां की बड़ी शख्सियतों से मुलाकात करेंगे. इसके बाद 15:50 से 16:15 बजे के बीच भारतीय समुदाय के लोगों और आईटीईसी के पूर्व छात्रों से बातचीत करेंगे. इसके बाद शाम 16:30 बजे स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लने के बाद, 18:15 बजे भारत लौटने के लिए प्रस्थान करेंगे.
यह दौरा विशेष रूप से महत्वपूर्ण रहा क्योंकि नवंबर 2023 में मुइज्जू के सत्ता में आने के बाद भारत और मालदीव के संबंधों में तनाव देखा गया था लेकिन इस उच्च स्तरीय संवाद और सहयोग के संकेतों से यह स्पष्ट है कि दोनों देश अपने संबंधों को फिर से मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.