इजरायल और हमास के बीच जारी जंग के बीच इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) ने गुरुवार को बड़ी घोषणा की है. सेना ने बताया कि शिन बेट सुरक्षा एजेंसी के साथ संयुक्त अभियान में उनके सैनिकों ने नूर अल-दीन दब्बागश को मार गिराया, जो हमास के सैन्य विंग का फंड मैनेजर था. दब्बागश पर युद्ध के दौरान करोड़ों डॉलर की धनराशि जुटाने और ट्रांसफर करने का आरोप था, जिससे हमास ने हथियार खरीदे और सैन्य ढांचे को मजबूत किया.
इजरायली सेना ने कहा कि दब्बागश हमास के लिए बेहद अहम शख्स था, जो न केवल फंडिंग जुटाता था बल्कि उसे हथियारों और सैन्य अभियानों पर खर्च करने में अहम भूमिका निभाता था. इजरायल का दावा है कि उसने युद्ध के दौरान हमास के लिए दर्जनों मिलियन डॉलर की व्यवस्था की थी, जिससे संगठन ने अपने लड़ाकों और ऑपरेशनों को सक्रिय बनाए रखा. सेना का मानना है कि उसकी मौत से हमास के वित्तीय नेटवर्क को तगड़ा झटका लगा है.
IDF ने बताया कि उसकी फौजें गाजा पट्टी के अलग-अलग हिस्सों में हमास के ठिकानों पर हमले जारी रखे हुए हैं. सेना ने कहा कि वे हमास की सतह पर और भूमिगत दोनों तरह की संरचनाओं को निशाना बना रही हैं, ताकि संगठन की सैन्य क्षमता को पूरी तरह तोड़ा जा सके. इजरायली बलों ने यह भी बताया कि इस दौरान कई हमास ऑपरेटिव्स को मार गिराया गया है और उनके ठिकानों को ध्वस्त किया गया है.
उत्तरी गाजा में तैनात 99वीं डिवीजन ने जानकारी दी कि उसने एंटी-टैंक मिसाइल लॉन्च साइट्स, हथियारों का भंडारण केंद्र और अन्य सैन्य ढांचे को नष्ट कर दिया. वहीं, नहल ब्रिगेड के सैनिकों ने भी नजदीकी इलाकों में हमास के कई लड़ाकों को मार गिराया. सेना का कहना है कि इन अभियानों ने हमास की जमीनी ताकत को कमजोर कर दिया है और उसके हमलों की क्षमता घटा दी है.
IDF की 162वीं डिवीजन के अंतर्गत काम कर रही गिवाती ब्रिगेड और 401वीं आर्मर्ड ब्रिगेड ने जबालिया और गाजा सिटी के बाहरी इलाकों में अपना अभियान जारी रखा. इन अभियानों के दौरान सेना ने कई आतंकवादियों को मार गिराया, बम और विस्फोटकों को निष्क्रिय किया और हमास के कई ठिकानों को नष्ट कर दिया. इजरायल का कहना है कि इन लगातार हो रही कार्रवाइयों का उद्देश्य हमास के सैन्य विंग पर दबाव बढ़ाना और उसे पूरी तरह से कमजोर करना है.