दक्षिण-पूर्वी यूरोप का खूबसूरत देश ग्रीस घटती जनसंख्या की चुनौती से जूझ रहा है. इस समस्या से निपटने के लिए ग्रीस सरकार ने 1.6 अरब यूरो (लगभग 16,563 करोड़ रुपये) के राहत पैकेज की घोषणा की है. इस पैकेज में अधिक बच्चे पैदा करने के लिए नागरिकों को प्रोत्साहित करने हेतु टैक्स छूट और अन्य आर्थिक लाभ शामिल हैं. यह कदम न केवल जनसंख्या वृद्धि को बढ़ावा देगा, बल्कि ग्रीस को यूरोप का सबसे बुजुर्ग देश बनने से भी रोकेगा.
यूरोस्टेट के आंकड़ों के अनुसार, ग्रीस की वर्तमान जनसंख्या 1.02 करोड़ है, जो 2050 तक घटकर 80 लाख से भी कम हो सकती है. उस समय 36% आबादी 65 साल से ज्यादा उम्र की होगी. ग्रीस में प्रजनन दर यूरोप में सबसे कम, प्रति महिला 1.4 बच्चे है, जो वैश्विक औसत 2.1 से काफी नीचे है.
घटती जनसंख्या ग्रीस के लिए राष्ट्रीय खतरा
इस बीच प्रधानमंत्री किरियाकोस मित्सोताकिस ने इसे "राष्ट्रीय खतरा" करार दिया है. मित्सोताकिस ने कहा,''हम जानते हैं कि अगर आपके पास बच्चे नहीं हैं तो जीवनयापन की लागत एक बात है, और अगर आपके दो या तीन बच्चे हैं तो दूसरी बात है. इसलिए, हमें उन नागरिकों को पुरस्कृत करना होगा जो ज्यादा बच्चे पैदा करने का विकल्प चुनते हैं.
टैक्स छूट और प्रोत्साहन: नई नीतियां
ग्रीस सरकार ने जनसंख्या बढ़ाने के लिए साहसिक कदम उठाए हैं. नए नियमों के तहत, चार बच्चों वाले परिवारों को आयकर से पूरी तरह छूट दी जाएगी. इसके अलावा, 1500 से कम आबादी वाली बस्तियों में रहने वाले लोगों को अन्य टैक्सों में भी राहत मिलेगी. इन छूटों से होने वाले राजस्व नुकसान को राजकोष से पूरा किया जाएगा. ये नियम 2026 से लागू होंगे. मित्सोताकिस ने दावा किया कि यह ग्रीस में पिछले 50 सालों में सबसे साहसिक कर सुधार है. साथ ही, सभी वर्गों को 2% टैक्स कटौती का लाभ मिलेगा, लेकिन कम आय वाले चार बच्चों वाले परिवारों को जीरो टैक्स पॉलिसी का फायदा होगा.
आर्थिक संकट और पलायन का असर
ग्रीस में लगभग एक दशक तक चले आर्थिक संकट ने जनसंख्या पर गहरा प्रभाव डाला. इस दौरान करीब पांच लाख लोग, खासकर युवा और प्रतिभाशाली, बेहतर अवसरों की तलाश में देश छोड़ गए. वित्त मंत्री किरियाकोस पियराकाकिस ने स्वीकार किया कि आर्थिक संकट के बाद प्रजनन दर आधी हो गई है. पियराकाकिस ने कहा,''जनसंख्या में भारी गिरावट हमारे अस्तित्व के लिए बड़ा खतरा है.”