Israel Hamas War: इजरायल और हमास के बीच चल रही जंग को एक महीने से ज्यादा हो गया है. इजरायली सेना के गाजा पर ताबड़तोड़ हमले हो रहे हैं. इजरायली हमलों में फिलिस्तीन के 10 हजार से ज्यादा नागरिकों की जान जा चुकी है. इस बीच फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रां ने इजरायली हमलों पर रोष जताया है. मैक्रां ने कहा है कि इजरायल को आत्मरक्षा का अधिकार है लेकिन इसकी एवज में वह निर्दोष महिलाओं और बच्चों के अंतर को समझे. उसके हमलों की शिकार महिलाएं और मासूम बच्चे हो रहे हैं.
एक साक्षात्कार में फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने कहा है कि हमास का हमला घोर निंदनीय कृत्य है. उसकी जितनी आलोचना की जाए उतनी कम है, लेकिन गाजा में बमबारी रुकनी चाहिए. यह इजरायल के हित में है. हम इजरायल से सीजफायर के लिए पहले भी अपील कर चुके हैं. उन्होंने कहा कि इजरायली हमलों में बड़ी संख्या में बच्चों और महिलाओं की मौत हो रही है. इनकी जान लेकर अपने ऊपर हुए हमलों को सही नहीं ठहराया जा सकता.
अपने इंटरव्यू में फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रां ने कहा कि हम हमास के आतंकी कृत्यों की निंदा करते हैं. इजरायल, ब्रिटेन और अमेरिका की तरह ही फ्रांस भी हमास को एक आतंकी संगठन मानता है. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि गाजा में सीजफायर को लेकर वॉशिंगटन और लंदन भी फ्रांस से सहमत होंगे. आपको बता दें कि इजरायल गाजा के लोगों को दक्षिण की ओर जाने की चेतावनी दे चुका है जिससे वह हमास के आतंकी ठिकानों को तबाह कर सके.
फ्रांस के राष्ट्रपति ने यह बातें पेरिस में एक दिन पहले हुए मानवीय सहायता सम्मेलन के बाद कहीं. उन्होंने कहा कि समिट में मौजूद सभी सरकारों और एजेंसियों से इस बात का आग्रह किया गया कि मानवीय युद्धविराम ही सामान्य युद्धविराम की राह का मार्ग तैयार करेगा. हमें इसको लेकर काम करना है. यही तरीका है जिससे हम निर्दोष नागरिकों की जान बचा सकें. हमें इस सच्चाई को स्वीकार करना होगा कि आज गाजा मौतों का कब्रगाह बन चुका है. उसकी गवाही बच्चों और महिलाओं की लाशें दे रही हैं. इनकी जान लेकर अपने ऊपर हुए हमलों को वैध नहीं ठहराया जा सकता.
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