US Embassy: भारत में अमेरिकी दूतावास ने वीज़ा धारकों के लिए सख्त नियमों की घोषणा की है. दूतावास ने स्पष्ट किया कि वीज़ा जारी होने के बाद भी इसकी जांच प्रक्रिया जारी रहेगी. यदि कोई वीज़ा धारक अमेरिकी कानूनों का उल्लंघन करता है, तो उसका वीज़ा रद्द हो सकता है और उसे निर्वासन का सामना करना पड़ सकता है.
अमेरिकी दूतावास ने शनिवार को एक बयान जारी कर कहा, "जो लोग अवैध रूप से अमेरिका में हैं या वीज़ा धोखाधड़ी करते हैं, उन्हें ज़िम्मेदार ठहराया जाएगा. अगर आप अमेरिकी कानून तोड़ते हैं, तो आपको कड़ी आपराधिक सज़ा दी जाएगी." यह बयान शुक्रवार को जारी एक अन्य बयान के बाद आया, जिसमें दूतावास ने चेतावनी दी थी कि "जानकारी को गलत बताने या छोड़ने पर वीज़ा अस्वीकृत हो सकता है और भविष्य में वीज़ा के लिए अयोग्यता हो सकती है."
सोशल मीडिया की अनिवार्य जांच
दूतावास ने छात्रों और एक्सचेंज प्रोग्राम के आवेदकों से DS-160 फॉर्म में पिछले पांच सालों के सभी सोशल मीडिया हैंडल की जानकारी देने का आग्रह किया है. एक वीडियो संदेश में दूतावास ने कहा, "अगर आप अपनी सोशल मीडिया जानकारी नहीं देते हैं, तो आपका वीज़ा रद्द हो सकता है और आप भविष्य में वीज़ा के लिए अयोग्य भी हो सकते हैं." इसके अतिरिक्त, 23 जून को दूतावास ने सोशल मीडिया पर घोषणा की, "तुरंत प्रभाव से, F, M, या J गैर-आप्रवासी वीज़ा के लिए आवेदन करने वाले सभी व्यक्तियों से अनुरोध है कि वे अपने सभी सोशल मीडिया अकाउंट्स की गोपनीयता सेटिंग्स को सार्वजनिक कर दें ताकि अमेरिकी कानून के तहत उनकी पहचान और अमेरिका में उनकी स्वीकार्यता स्थापित करने के लिए आवश्यक जाँच-पड़ताल की जा सके."
स्टूडेंट वीज़ा इंटरव्यू फिर शुरू
2025 के कॉलेज प्रवेश सत्र से पहले, भारत में अमेरिकी दूतावास ने स्टूडेंट वीज़ा इंटरव्यू की समय-सारणी फिर से शुरू कर दी है. यह कदम मई के अंत में नए सोशल मीडिया नियमों के कारण लगाए गए निलंबन के बाद उठाया गया है. दूतावास के प्रवक्ता ने बताया, "भारत में मिशन के सभी केंद्रों ने एफ, एम और जे (छात्र और विनिमय) गैर-आप्रवासी वीज़ा आवेदनों की समय-सारणी फिर से शुरू कर दी है. आवेदकों को अपॉइंटमेंट की उपलब्धता के लिए दूतावास या वाणिज्य दूतावास की वेबसाइट देखनी चाहिए."
भारत: अंतरराष्ट्रीय छात्रों का प्रमुख स्रोत
भारत अमेरिका में अंतरराष्ट्रीय छात्रों का सबसे बड़ा स्रोत बना हुआ है. पिछले वर्ष, लगभग 4.2 लाख भारतीय छात्रों ने अमेरिकी शिक्षण संस्थानों में दाखिला लिया, जो 2023 की तुलना में 11.8% की वृद्धि दर्शाता है. यह आँकड़ा भारत के युवाओं में अमेरिकी शिक्षा के प्रति बढ़ते आकर्षण को दर्शाता है.
कड़े नियमों का प्रभाव
डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के दौरान नागरिकता और वीज़ा मामलों पर सख्त नियंत्रण लागू किए गए थे, जिसके तहत नए नियमों को और कड़ा किया गया है. दूतावास ने स्पष्ट किया कि वीज़ा धोखाधड़ी या कानून उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी. यह नई नीति भारतीय छात्रों और पेशेवरों के लिए अमेरिका में प्रवेश और रहने की प्रक्रिया को और जटिल बना सकती है.