Syrian Embassy: सीरिया में बशर अल-असद सरकार का पतन हो चुका है. देश की राजधानी दमिश्क में विद्रोही समूह हयात अल शाम (HTS) ने अपना झंडा लहरा दिया. जिसके कुछ दिनों बाद दुनिया ने भी इस बात को अब स्वीकार कर लिया है. सरकार के गिरने के कुछ दिनों बाद नई दिल्ली में सीरियाई दूतावास ने भी अपने पुराने राष्ट्रीय ध्वज को विद्रोही ध्वज से बदल दिया है.
विद्रोही ध्वज को फहराने का निर्णय सीरिया के दूतावास द्वारा लिया गया है, जो की एक नए अध्याय का प्रतीक है. लगभग 14 सालों के विद्रोह के बाद अब सीरिया में एक नए अध्याय की शुरुआत हो चुकी है. हालांकि आने वाले दिनों में पता चलेगा कि ये विद्रोही देश को इस ओर ले जाते हैं.
सीरिया के झंडा के जगह अब दूतावास में हरा-सफेद-काला-लाल रंग का विपक्षी ध्वज लहर रहा है. ये झंडा एक समय में प्रतिरोध का प्रतीक था. इसे सीरियाई गृहयुद्ध के दौरान व्यापक रूप से सरकार के साथ बगावत के लिए पहचाना जाता था. अब विद्रोहियों द्वारा असद शासन के पतन की घोषणा के बाद सीरिया के आधिकारिक राष्ट्रीय प्रतीक के रूप में अपनाया गया है. नए राष्ट्रीय प्रतीकों में यह बदलाव असद परिवार के 55 साल के शासन और पिछले ध्वज द्वारा सन्निहित अरब एकता की विरासत से एक निर्णायक विराम का प्रतीक है.
सीरिया के ने ध्वज में चार रंगों का मिश्रण है. हरा रंग आशा और स्वतंत्रता का प्रतिनिधित्व करता है. वहीं सफेद शांति और उज्ज्वल भविष्य का प्रतीक बताया जा रहा है. इसके अलावा झंडे में लगा काला रंग सीरियाई लोगों द्वारा झेली गई कठिनाइयों को दर्शाता है. वहीं इसमें लगे तीन लाल के सितारे सीरियाई क्रांति के आदर्शों को दर्शाते हैं. यह डिज़ाइन पिछले सीरियाई झंडे से काफी अलग है.
पिछले झंडे में दो हरे सितारे थे जो संयुक्त अरब गणराज्य के तहत सीरिया और मिस्र के मिलन का प्रतीक थे. हालांकि शासन परिवर्तन और नए झंडे को अपनाने से सीरियाई प्रवासियों में जश्न का माहौल है. बर्लिन, इस्तांबुल और एथेंस जैसे शहरों में भीड़ नए झंडे को लहराने और एक बदले हुए सीरिया के विद्रोहियों के दृष्टिकोण के लिए अपना समर्थन दिखाने के लिए एकत्र हुई.भारत में सीरियाई दूतावास में ध्वज परिवर्तन देश की बदलती राजनीतिक पहचान का संकेत माना जा रहा है.