US Ambassador to India: भारत और अमेरिका के बीच कूटनीतिक रिश्तों में नया अध्याय जुड़ गया है. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने करीबी सहयोगी और विश्वासपात्र सर्जियो गोर को भारत का अगला राजदूत नियुक्त किया है. गोर को न केवल भारत का राजदूत बल्कि दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों का विशेष दूत भी बनाया गया है. ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर यह घोषणा करते हुए कहा कि वे गोर पर अपने एजेंडे को पूरा करने के लिए पूरी तरह भरोसा कर सकते हैं.
इस नियुक्ति को विश्लेषकों ने बेहद महत्वपूर्ण और फायदेमंद करार दिया है. अमेरिका और भारत के बीच इस समय टैरिफ और व्यापारिक मसलों को लेकर तनाव चल रहा है. ऐसे में गोर की नियुक्ति दोनों देशों के रिश्तों में नई ऊर्जा भरने वाली मानी जा रही है. अमेरिकी विश्लेषक माइकल कुगेलमैन ने कहा कि गोर को भारत का राजदूत और साथ ही दक्षिण एवं मध्य एशियाई मामलों का विशेष दूत बनाना यह संकेत देता है कि अमेरिका भारत को अपने क्षेत्रीय कूटनीतिक एजेंडे में प्राथमिकता दे रहा है. उन्होंने लिखा कि यह भारत-पाकिस्तान जोड़ की ओर भी इशारा कर सकता है.
निक्केई एशिया के पत्रकार केन मोरियासू ने इस कदम को भारत के लिए बड़ी जीत बताया. उनकी रिपोर्ट में अमेरिकी विश्लेषक लीसा कर्टिस के हवाले से कहा गया कि गोर का ट्रंप से घनिष्ठ संबंध होना बेहद अहम है. ट्रंप उनकी बात ध्यान से सुनेंगे और किसी भी राजदूत के लिए यही सबसे बड़ी योग्यता होती है. कर्टिस के अनुसार, इससे दोनों देशों के बीच बढ़ रहे तनाव को कम करने में मदद मिलेगी, खासकर तब जब अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधिमंडल भारत में अहम वार्ता के लिए आने वाला है.
अमेरिका के उप रक्षा मंत्री एल्ब्रिज कॉल्बी ने भी इस नियुक्ति को सराहा. उन्होंने एक्स पर लिखा कि ट्रंप के विश्वसनीय सलाहकार सर्जियो गोर का भारत में राजदूत बनना शानदार है और इससे भारत-अमेरिका संबंध और मजबूत होंगे. वहीं अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि गोर दुनिया के सबसे अहम रिश्तों में से एक में अमेरिका का उत्कृष्ट प्रतिनिधित्व करेंगे.
सर्जियो गोर ने अपनी नियुक्ति पर प्रतिक्रिया देते हुए राष्ट्रपति ट्रंप का आभार जताया. उन्होंने कहा कि अमेरिकी लोगों की सेवा करना उनके लिए गर्व की बात है और भारत में अमेरिका का प्रतिनिधित्व करना उनके जीवन का सबसे बड़ा सम्मान होगा. गोर ने इसे अमेरिका को फिर से महान बनाने के अभियान का हिस्सा बताया. कूटनीतिक हलकों का मानना है कि गोर की नियुक्ति से न केवल व्यापारिक वार्ताओं का माहौल सकारात्मक होगा, बल्कि भारत-अमेरिका साझेदारी भी और गहरी हो सकती है.