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यूनाइटेड नेशन के गाजा में 'अकाल' घोषित करने के बाद सुधरेंगे हालात! जानें कब और क्यों की जाती है ऐसी घोषणा

Famine in Gaza: गाजा में गंभीर हालात को देखते हुए यूनाइटेड नेशन ने अकाल की घोषणा की है. इससे गाजा में रह रहे लोगों को राहत मिलने की संभवाना है. ऐसे में आइए जानते हैं कि आखिर यूनाइटेड नेशन किन हालातों में और क्यों किसी भी क्षेत्र में अकाल की घोषणा करता है।

Gaza
Courtesy: Social Media

Famine in Gaza: संयुक्त राष्ट्र (UN) ने 22 अगस्त 2025 को गाजा में अकाल की आधिकारिक घोषणा की. इस घोषणा के अनुसार, गाजा में लगभग 5 लाख लोग "विनाशकारी" भूख का सामना कर रहे हैं. हालांकि, इस घोषणा का असल में क्या मतलब है? क्या इससे गाजा के लोगों को तुरंत राहत मिलेगी? आखिर संयुक्त राष्ट्र किसी क्षेत्र में अकाल की घोषणा क्यों और कब करता है? इन सभी सवालों के जवाब हम इस आर्टिकल में जानने वाले हैं.

बता दें कि संयुक्त राष्ट्र जब किसी जगह अकाल की घोषणा करता है, तो यह सिर्फ भोजन की कमी की बात नहीं होती. यह एक गंभीर मानवीय संकट का संकेत है, जहां भूख के कारण लोग मर रहे हैं, बच्चे कुपोषण का शिकार हो रहे हैं और हालात इतने खराब हैं कि स्थानीय सरकार या समुदाय अकेले इसे संभाल नहीं सकते. 

अकाल की घोषणा करने की शर्तें क्या हैं?

  • किसी भी क्षेत्र की कम से कम 20% आबादी के पास पर्याप्त भोजन नहीं होना चाहिए.
  • हर 10,000 लोगों में से कम से कम 2 लोग रोजाना भूख या उससे जुड़ी बीमारियों से मर रहे हों.
  • 30% से ज्यादा बच्चे गंभीर कुपोषण का शिकार हों.

अकाल की घोषणा के बाद क्या होता है?

  • वर्ल्ड फूड प्रोग्राम (WFP) बड़ी मात्रा में खाद्यान्न भेजना शुरू करता है.
  • यूनिसेफ बच्चों, गर्भवती महिलाओं और दूध पिलाने वाली माताओं के लिए हाई-एनर्जी भोजन और दवाइयां भेजता है.
  • विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) भूख के साथ फैलने वाली बीमारियों पर नजर रखता है.
  • संयुक्त राष्ट्र अपने सदस्य देशों और गैर-सरकारी संगठनों (NGO) से आर्थिक मदद मांगता है.
  • प्रभावित क्षेत्र की सरकार को राहत कार्यों में सहयोग करने के लिए कहा जाता है.
  • अकाल प्रभावित क्षेत्रों में अक्सर हिंसा और लूटपाट बढ़ जाती है. ऐसे में संयुक्त राष्ट्र की शांति सेना या अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा बल राहत सामग्री की सुरक्षा करते हैं.

गाजा में अकाल का आकलन कैसे हुआ?

  • स्थानीय अस्पतालों और क्लीनिकों से बच्चों में कुपोषण और भूख से होने वाली मौतों की जानकारी ली गई.
  • भोजन की उपलब्धता और उसकी कीमतों का विश्लेषण किया गया.
  • पानी, बिजली और ईंधन की स्थिति का जायजा लिया गया.
  • यह जांचा गया कि लोग दिन में कितनी बार भोजन कर पा रहे हैं.
  • 5 साल से कम उम्र के बच्चों के वजन और ऊंचाई को मापकर कुपोषण का स्तर पता किया गया.

गाजा में क्या बदलाव आएंगे?

यूनाइटेड नेशन द्वारा गाजा में अकाल की घोषणा किए जाने के बाद तमाम तरह के संगठन तुरंत राहत कार्य शुरु करेंगे. वहां के प्रभावित इलाकों में कैंप बनाए जाएंगे, जिसमें भोजन, पानी और स्वास्थ संबंधी सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी. इसके अलावा गर्भवती महिलाओं और बच्चों पर विशेश रूप से ध्यान दिया जाएगा. खाने और जरूरी सामान हवाई जहाज के जरिए वहां पर पहुंचाया जा सकेगा. तो वहीं इगर इसके बाद भी स्थिति नहीं सुधरी तो पड़ोसी देश में वहां के लोग शरण ले सकेंगे.