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India Daily

US ambassador In India: जानें कौन है सर्जियो गोर? 'रूसी जासूस' विवाद और मस्क के आरोपों के बावजूद ट्रंप ने बनाया भारत का राजदूत

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उज्बेकिस्तान में जन्मे और अपने विश्वासपात्र सहयोगी सर्जियो गोर को भारत का नया राजदूत नामित किया है. सोवियत सेना के विमान डिजाइनर के बेटे गोर का नाम एलन मस्क के आरोपों और ‘रूसी जासूस’ विवाद में भी आया, हालांकि आरोप खारिज कर दिए गए. ट्रंप ने उन्हें भरोसेमंद साथी बताया.

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Edited By: Km Jaya
Donald Trump and Sergio Gor
Courtesy: Social Media

US ambassador In India: डोनाल्ड ट्रंप ने अपने करीबी सहयोगी सर्जियो गोर को भारत का नया राजदूत नामित किया है. सीनेट से मंजूरी मिलने पर गोर भारत में 26वें अमेरिकी राजदूत होंगे और उन्हें दक्षिण एवं मध्य एशियाई मामलों का विशेष दूत भी बनाया जाएगा. इस पद के तहत उन्हें पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसे देशों से जुड़े मामलों की भी जिम्मेदारी मिलेगी, जहां इस समय अमेरिका के स्थायी राजदूत मौजूद नहीं हैं. 39 वर्षीय गोर अगर भारत में कार्यभार संभालते हैं, तो वह अब तक के सबसे युवा अमेरिकी राजदूत होंगे.

सर्जियो गोर का जन्म उज्बेकिस्तान की राजधानी ताशकंद में हुआ था, जब यह सोवियत संघ का हिस्सा था. उनका असली नाम सर्गेई गोरखोव्स्की है. 1999 में जब वह 12 वर्ष की उम्र में अपने माता-पिता के साथ अमेरिका चले गए. इनके पिता यूरी गोरखोव्स्की सोवियत सेना के एयरक्राफ्ट डिजाइन इंजीनियर थे, जिनकी डिजाइन की हुई IL-76 जैसे सैन्य विमान आज भी भारतीय वायुसेना में उपयोग हो रहा है. उनकी मां इजराइली मूल की हैं. गोर का परिवार पहले माल्टा और फिर लॉस एंजेलिस चला गया, जहां उन्होंने स्कूली पढ़ाई की. बाद में उन्होंने जॉर्ज वाशिंगटन यूनिवर्सिटी से शिक्षा प्राप्त की.

इनके राजनीतिक करियर की शुरुआत 

राजनीतिक करियर में उन्होंने अमेरिकी सांसद स्टीव किंग और मिशेल बाखमन के प्रवक्ता के रूप में शुरुआत की. जिसके बाद वह रिपब्लिकन राजनीति में सक्रिय होते गए. 2020 के चुनावों में वह ट्रंप कैंपेन से जुड़े और जल्द ही MAGA यानी मेक अमेरिका ग्रेट अगेन मूवमेंट के अहम चेहरों में शामिल हो गए. 2024 में ट्रंप की जीत के बाद उन्हें व्हाइट हाउस में प्रेसिडेंशियल पर्सनल ऑफिस का निदेशक बनाया गया.

जासूसी के लगे आरोप

इनका का नाम कई विवादों से भी जुड़ा रहा है. हाल ही में एलन मस्क ने उन पर नासा से जुड़े मामलों में गलत व्यवहार और जन्मस्थान को लेकर झूठ बोलने का आरोप लगाया था. मस्क ने उन्हें ‘सांप’ तक कहा. इसके अलावा, गोर ने लंबे समय तक खुद को माल्टा में जन्मा बताया, जबकि बाद में उज्बेकिस्तान में जन्म की बात सामने आई. इसी आधार पर कुछ लोगों ने उन्हें रूस का जासूस करार दिया, हालांकि इन आरोपों को सबूतों के अभाव में खारिज कर दिया गया. गोर के वकीलों ने इन्हें दुर्भावनापूर्ण बताया.

ट्रंप के भरोसेमंद साथी

डोनाल्ड ट्रंप ने गोर को भरोसेमंद साथी बताते हुए कहा कि उन्होंने उनके चुनाव अभियान, किताबों के प्रकाशन और सुपर PACs के जरिए बड़ा योगदान दिया. ट्रंप ने कहा कि गोर ने रिकॉर्ड समय में लगभग 4,000  ‘अमेरिका फर्स्ट पैट्रियट्स’ को सरकारी विभागों में भर्ती किया.

जीवन का सबसे बड़ा सम्मान की बात

अपनी नियुक्ति पर गोर ने कहा कि भारत का राजदूत बनना और दक्षिण व मध्य एशियाई मामलों का विशेष दूत होना उनके जीवन का सबसे बड़ा सम्मान होगा. अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भी उनकी नियुक्ति का स्वागत किया और भरोसा जताया कि गोर भारत-अमेरिका रिश्तों को और मजबूत करेंगे. वह डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा नियुक्त एरिक गार्सेटी की जगह लेंगे, जो बाइडेन के सत्ता से हटने के बाद अपने गृहराज्य कैलिफोर्निया लौट चुके हैं.