नई दिल्ली: यूरोपीय संघ यानी ईयू ने रूस के खिलाफ एक बड़ा और सख्त फैसला लेते हुए उसकी करीब 250 अरब डॉलर की जब्त संपत्तियों को अनिश्चितकाल के लिए फ्रीज करने का निर्णय लिया है. ईयू ने साफ किया है कि जब तक रूस यूक्रेन युद्ध से हुए नुकसान की भरपाई नहीं करता, तब तक ये संपत्तियां जस की तस स्थिति में रहेंगी. 27 देशों वाले इस समूह के फैसले पर हंगरी और स्लोवाकिया ने विरोध दर्ज कराया, लेकिन बहुमत के आधार पर प्रस्ताव पारित हो गया.
ईयू के इस निर्णय का उद्देश्य यूक्रेन को युद्ध में हुए भारी नुकसान की भरपाई कराना है. यूरोपीय संघ ने संकेत दिए हैं कि यदि रूस मुआवजा देने से इनकार करता है, तो जब्त की गई संपत्तियों से यूक्रेन को आर्थिक सहायता दी जा सकती है. हालांकि हंगरी और स्लोवाकिया ने इस कदम को खतरनाक बताते हुए कहा कि इससे यूरोपीय संघ के भीतर मतभेद गहराने का खतरा पैदा हो सकता है.
इस फैसले से पहले ही रूस ने कड़ा रुख अपनाया था. रूसी सेंट्रल बैंक ने चेतावनी दी है कि उसकी संपत्ति को गैरकानूनी तरीके से हड़पने की साजिश की जा रही है. रूस ने कहा है कि अगर यह प्रक्रिया नहीं रोकी गई, तो वह बेल्जियम के खिलाफ मॉस्को आर्बिट्रेशन कोर्ट में याचिका दायर करेगा. वर्तमान में बेल्जियम की संस्था यूरोक्लियर इन जब्त रूसी संपत्तियों के रखरखाव की जिम्मेदारी संभाल रही है.
बेल्जियम ने भी इस मुद्दे पर अपनी चिंता जाहिर की है. उसने रूसी संपत्तियों को बंधक बनाए जाने या बेचे जाने से जुड़े कानूनी और सुरक्षा जोखिमों की ओर इशारा किया है. बेल्जियम ने इस मामले में बड़े सहयोगी देशों से सुरक्षा की गारंटी मांगी है.
इसी बीच यूक्रेन ने दावा किया है कि उसने अपने कुपियांस्क शहर के कुछ हिस्सों पर फिर से कब्जा कर लिया है. यूक्रेन का कहना है कि वहां रूसी सैनिकों को घेर लिया गया है और भीषण लड़ाई जारी है.
रूस ने इससे पहले नवंबर में कुपियांस्क पर पूर्ण नियंत्रण का दावा किया था. शुक्रवार को रूस ने यूक्रेन के बंदरगाह शहर ओडेसा में स्थित बिजलीघर पर हमला किया, जिससे आग लग गई और पूरे शहर में अंधेरा छा गया. रूस ने यह भी दावा किया कि उसने यूक्रेन की ओर से छोड़े गए 90 ड्रोन हवा में ही नष्ट कर दिए. इनमें से आठ ड्रोन मास्को की ओर बढ़ रहे थे.
इसके अलावा समुद्री मोर्चे पर भी हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं. रूस ने ओडेसा के पास तुर्किये की कंपनियों के तीन जहाजों पर हमला किया, जबकि यूक्रेन ने कैस्पियन सागर में रूस के दो जहाजों को निशाना बनाने का दावा किया है.