इस वक्त पाकिस्तान के सबसे ताकतवर व्यक्ति असीम मुनीर ने अपने सबसे बड़े भारत के बाद अपने सबसे बड़े दुश्मन इमरान खान को जेल में ही निपटाने की तैयारी पूरी कर ली है. पीएम पद से हटवाने और उन्हें जेल भेजने के बाद मुनीर अब पाकिस्तान की कुख्यात जासूसी एजेंसी आईएसआई के पूर्व प्रमुख से इमरान को फंसाने की कोशिश कर रहे हैं.
माना जा रहा है असीम मुनीर इमरान खान पर देशद्रोह का मुकदमा चलाने की साजिश रच रहा है जिसके लिए पाकिस्तान में आजीवन कारावास और मृत्युदंड का प्रावधान है.
दरअसल आईएसआई के पूर्व प्रमुख फैज हामिद को गुरुवार को फील्ड जनरल कोर्ट मार्शल में राजनीतिक गतिविधियों में शामिल होने सहित चार आरोपों में 14 साल जेल की सजा सुनाई गई.
अदालत परिसर से उनकी गिरफ्तारी के बाद मई 2023 में इमरान खान के हजारों समर्थकों द्वारा सैन्य प्रतिष्ठानों और कार्यालयों पर किए गए हमलों में उनकी भूमिका की भी अलग से जांच चल रही है.
इमरान खान की पार्टी तहरीक ए इंसाफ (PTI) के पूर्व नेता और सांसद फैसल वावदा ने गुरुवार को जियो न्यूज के एक कार्यक्रम में दावा किया कि फैज हामिद जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री के खिलाफ गवाही देंगे. वावदा ने कहा कि पूर्व आईएसआई प्रमुख इमरान खान के खिलाफ सबूत पेश करेंगे, उन्होंने आगे कहा कि ऐसा लगता है कि वह कानूनी शिकंजे में बुरी तरह से फंस गए हैं.
इसी कार्यक्रम में बोलते हुए रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि 9 मई 2023 को सैन्य प्रतिष्ठानों और कार्यालयों पर हुए विरोध प्रदर्शन और हमले इमरान खान और हामिद फैज की संयुक्त योजना का हिस्सा थे. लाहौर में कोर कमांडर का आवास और रावलपिंडी में जनरल मुख्यालय इमरान के समर्थकों के निशाने पर थे.
रक्षा मंत्री ने दावा किया कि ये हमले असीम मुनीर की पाकिस्तान सेना प्रमुख के रूप में नियुक्ति को कमजोर करने और पलटने के उद्देश्य से किये गए थे. मंत्री ने कहा कि इमरान खान हामिद फैज के सहयोग और समर्थन के बिना 9 मई को अकेले हमले नहीं कर सकते थे. उन्होंने आरोप लगाया कि रियाटरमेंट के बाद भी फैज का काफी प्रभाव बना हुआ है.
दिलचस्प बात ये है कि कि मुनीर को तत्कालीन सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा द्वारा पाकिस्तान की कुख्यात एजेंसी आईएसआई का प्रमुख नियुक्त किया गया था लेकिन वह इस पद पर सबसे कम समय तक रहने वाले प्रमुख साबित हुए.
तत्कालीन प्रधानमंत्री ने कथित तौर पर 2019 में अपनी पत्नी बुशरा बीबी के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में जांच करने के लिए मुनीर को बर्खास्त कर दिया था. वे केवल आठ महीनों तक आईएसआई के प्रमुख रहे.
अगर फैज हामिद इमरान खान के खिलाफ गवाही दे देते हैं और सेना के खिलाफ किसी भी साजिश को साबित कर देते हैं तो उन्हें देशद्रोह के आरोपों का सामना करना पड़ सकता है.