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India Daily

China Military Parade 2025: चीन के ऐतिहासिक तियानमेन चौक पर उड़ाए गए 80 हजार कबूतर, वीडियो में देखें 'विक्ट्री डे परेड' का शाही समापन

चीन ने बुधवार को दूसरे विश्व युद्ध में जापान की हार की 80वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में अपनी अब तक की सबसे विशाल सैन्य परेड का आयोजन किया. परेड का समापन के दौरान 80,000 कबूतरों और गुब्बारों को छोड़ा गyया, जो शांति और विजय का प्रतीक था.

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Edited By: Garima Singh
China military parade 2025
Courtesy: x

China Military Parade 2025: चीन ने बुधवार को दूसरे विश्व युद्ध में जापान की हार की 80वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में अपनी अब तक की सबसे विशाल सैन्य परेड का आयोजन किया. इस मौके पर तियानमेन स्क्वायर में देश के कुछ सबसे उन्नत हथियारों का प्रदर्शन किया गया, जो राष्ट्रपति शी जिनपिंग के नेतृत्व में चीन की वैश्विक और सैन्य शक्ति को रेखांकित करता है.

परेड की शुरुआत राष्ट्रपति शी जिनपिंग के भाषण से हुई. उन्होंने "जापानी आक्रमण के खिलाफ प्रतिरोध युद्ध" में चीनी जनता के "अद्वितीय बलिदान" को याद किया. शी ने इसे विदेशी आक्रमणकारियों पर पूर्ण विजय के रूप में चिह्नित किया और कहा, "शांति केवल वैश्विक सहयोग से ही कायम रह सकती है." उनके भाषण के बाद सैन्य टुकड़ियों और विमानों ने आकाश में शानदार प्रदर्शन किया. हेलीकॉप्टरों पर "न्याय की जीत होगी", "शांति की जीत होगी" और "जनता की जीत होगी" जैसे प्रेरक बैनर लहराए गए. 

80 हजार कबूतरों और गुब्बारों को उड़ाया 

परेड का समापन रंगीन धुंआ छोड़ते लड़ाकू विमानों के साथ हुआ. इसके बाद तियानमेन स्क्वायर में 80,000 कबूतरों और गुब्बारों को छोड़ा गया, जो शांति और विजय का प्रतीक था. परेड में 10,000 से अधिक सैन्य कर्मियों, 100 से अधिक विमानों और सैकड़ों जमीनी हथियारों ने हिस्सा लिया.

सेना की ताकत: उन्नत टैंक और रडार

परमाणु-सक्षम अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों के प्रदर्शन के दौरान दर्शकों ने उत्साहपूर्वक तालियां बजाईं. इसके बाद चीन का पहला चौथी पीढ़ी का मुख्य युद्धक टैंक देखने को मिला, जो मानवरहित बुर्ज, उन्नत रडार प्रणाली, सुरक्षात्मक प्रौद्योगिकी और संवर्धित वास्तविकता सुविधाओं से लैस था. यह टैंक चीन की सैन्य आधुनिकीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.

वायु शक्ति: जे-20 स्टील्थ विमान

चीन की वायु सेना ने जे-20 स्टील्थ लड़ाकू विमानों के स्क्वाड्रनों के साथ अपनी ताकत का प्रदर्शन किया. जे-10 लड़ाकू विमान, मालवाहक विमान, बमवर्षक और हेलीकॉप्टर इकाइयों ने भी इस शानदार हवाई प्रदर्शन में हिस्सा लिया. यह प्रदर्शन चीन की वायु शक्ति की बढ़ती क्षमता को दर्शाता है.

नौसैनिक शक्ति का प्रदर्शन: वाईजे-17 और ड्रोन

चीन ने पहली बार अपनी वाईजे-श्रेणी की जहाज-रोधी बैलिस्टिक मिसाइलों, विशेष रूप से नव-विकसित वाईजे-17 का प्रदर्शन किया. सरकारी मीडिया के अनुसार, यह मिसाइल नौसेना की लंबी दूरी तक हमला करने की क्षमता को और सशक्त बनाती है. इसके साथ ही चांगजियान-20ए, यिंगजी-18सी और चांगजियान-1000 क्रूज मिसाइलों का भी अनावरण किया गया, जो सटीक हमले और बहु-डोमेन निवारक क्षमताओं का प्रतीक हैं. पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने समुद्री ड्रोन, नए टॉरपीडो और डोंगफेंग मिसाइलों के नवीनतम संस्करण भी प्रदर्शित किए, जो प्रशांत क्षेत्र में परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम हैं.

वैश्विक नेताओं की उपस्थिति

इस परेड में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन और ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन सहित 26 विदेशी नेता शामिल हुए. यह पहली बार था जब शी जिनपिंग, पुतिन और किम एक साथ नजर आए. दक्षिण एशिया से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, नेपाल के केपी शर्मा ओली और मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू भी उपस्थित थे.