menu-icon
India Daily

बांग्लादेश में 'नोबल युग' ला पाएंगे मोहम्मद यूनुस? पढ़िए देश पहुंचते ही क्या बोले

Muhammad Yunus: अर्थशास्त्री और नोबल पुरस्कार विजेता मोहम्मद युनुस बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ लेंगे. बांग्लादेश पहुंचते ही उन्होंने देश को संबोधित करते हुए अहम बातें कहीं. उन्होंने कहा कि आज हमारे लिए गर्व का दिन है. यह नए बांग्लादेश का विजय दिवस है.

auth-image
Edited By: India Daily Live
Muhammad Yunus
Courtesy: Social Media

Muhammad Yunus: नोबेल पुरस्कार विजेता प्रोफेसर डॉ. मुहम्मद यूनुस अब बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में कार्यभार संभालने वाले हैं. पेरिस से बांग्लादेश पहुंचने पर उन्होंने कहा कि कि नई सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि नया बांग्लादेश तेजी से प्रगति करे. डॉ. यूनुस ने हजरत शाहजलाल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक प्रेस वार्ता में यह बातें कहीं. ढाका हवाई अड्डे पर एक भावुक संबोधन में यूनुस ने उन लोगों को श्रद्धांजलि दी जिन्होंने इस उथल-पुथल के दौरान अपनी जान गंवाई, जिसमें कम से कम 455 लोगों की जान चली गई. 

उन्होंने कहा  कि आज हमारे लिए गर्व का दिन है. जिस क्रांति ने बांग्लादेश के लिए एक नए विजय दिवस को जन्म दिया है, उसे आगे बढ़ाया जाना चाहिए और मजबूत किया जाना चाहिए.  मैं उन युवाओं के प्रति अपनी गहरी प्रशंसा और आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने इसे संभव बनाया. वे मेरे साथ खड़े रहे, उन्होंने इस देश की रक्षा की है और उन्होंने इसे पुनर्जन्म दिया है. 

भाषण देने के दौरान हुए भावुक 

उन्होंने यह भी कहा कि कानून और व्यवस्था बहाल करना उनकी प्राथमिकता है.  मैं देश के लोगों से आग्रह करता हूं कि वे मुझ पर भरोसा करें, मुझ पर भरोसा रखें और देश में किसी को कोई नुकसान नहीं होने दें. अपने भाषण के दौरान भावुक स्वर में उन्होंने कहा कि आज मुझे अबू सईद (रंगपुर में बेगम रोकेया विश्वविद्यालय का एक छात्र जो गोलीबारी में मारा गया था) की याद आ रही है.  वह अविश्वसनीय रूप से बहादुर युवक था. अबू सईद का नाम इस देश के हर व्यक्ति के दिल में  है.  इस घटना के माध्यम से देश में दूसरी आज़ादी आई है. इस दौरान वह फूट-फूटकर रोते हुए भी दिखाई दिए. 

आज शपथ लेंगे युनुस 

गुरुवार रात राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन उन्हें शपथ दिलाएंगे. बांग्लादेश पहुंचने पर सेना प्रमुख जनरल वकर-उज-जमान, एयर चीफ मार्शल हसन महमूद खान और नौसेना प्रमुख एडमिरल एम नजमुल हसन ने हवाई अड्डे पर प्रोफेसर यूनुस का स्वागत किया. सैन्य अधिकारियों, नागरिक नेताओं और हसीना के खिलाफ विद्रोह का नेतृत्व करने वाले छात्र कार्यकर्ताओं के बीच बातचीत के बाद डॉ. यूनुस को अंतरिम नेता के रूप में नामित किया गया था.