Pakistan-Afghanistan Conflict: वरिष्ठ पश्तून नेता महमूद खान अचकजई ने पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठान को कड़ी चेतावनी दी है. सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में उन्होंने कहा, "अफगानिस्तान ब्रिटिश, रूसियों और अमेरिकियों का कब्रिस्तान बन चुका है. अल्लाह के लिए, इसे पाकिस्तानियों का कब्रिस्तान न बनाएं." यह बयान ऐसे समय आया है जब इस्लामाबाद और काबुल के बीच सीमा पर तनाव और हमले बढ़ रहे हैं.
शांति की अपील, युद्ध नहीं
पश्तूनख्वा मिल्ली अवामी पार्टी (PkMAP) के प्रमुख अचकजई ने साफ कहा कि अफगानिस्तान में सैन्य हस्तक्षेप या आक्रामकता दोनों देशों के लिए विनाशकारी होगी. उन्होंने पाकिस्तानी नेतृत्व से शांति की राह अपनाने की अपील की. सीमा पर बढ़ते तनाव और आरोप-प्रत्यारोप के बीच उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासचिव से दोनों देशों के बीच शांति सम्मेलन बुलाने की मांग की. साथ ही, उन्होंने सुरक्षा परिषद से अंतरराष्ट्रीय शांति सम्मेलन आयोजित कर तनाव कम करने का आग्रह किया.
वायरल हुआ बयान
'अफगान डिफेंस' के सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया गया अचकजई का वीडियो दोनों देशों में चर्चा का विषय बन गया है. एक यूजर ने लिखा, "अफगानिस्तान युद्ध सामग्री का कबाड़खाना है, जो ब्रिटिश, सोवियत और अमेरिका ने छोड़ा. पाकिस्तान इसमें और इजाफा नहीं करेगा." वहीं, एक अन्य यूजर ने चेतावनी दी कि अफगान गहरे हमले करने में सक्षम हैं, और पाकिस्तान को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है.
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— Afghanistan Defense (@AFGDefense) October 18, 2025
Pakistani politician Mahmood Khan Achakzai to the Pakistani military regime:
"Afghanistan became the graveyard of the British, the Russians, & the Americans — for God's sake, don't turn it into the graveyard of Pakistanis!" pic.twitter.com/lq3w8UAAGn
शांति की राह चुनें
अचकजई का यह बयान क्षेत्र में शांति और स्थिरता की आवश्यकता को रेखांकित करता है. दोनों देशों के बीच तनाव कम करने के लिए कूटनीतिक प्रयासों की जरूरत है, ताकि सीमा पर रहने वाले लोगों को और कष्ट न झेलना पड़े.