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India Daily

टैरिफ पर ट्रंप का यू टर्न, कनाडा और मैक्सिको को थोड़ी सी राहत, लेकिन चीन पर नहीं दिखाई कोई दया

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को अंतिम समय में हुई वार्ता के बाद मैक्सिको और कनाडा पर टैरिफ को एक महीने के लिए रोक दिया है. विश्व बाजारों में गिरावट के बीच ट्रम्प और उनकी मैक्सिकन समकक्ष क्लाउडिया शिनबाम ने सोमवार को वार्ता के बाद अमेरिका-मैक्सिको सीमा पर 10,000 सैनिक भेजने पर सहमति जताते हुए शुल्क रोकने की घोषणा की.

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Edited By: Gyanendra Tiwari
Donald Trump pauses tariffs on Mexico and Canada but not China
Courtesy: Social Media

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को मेक्सिको और कनाडा पर टैरिफ लगाने की अपनी धमकी को निलंबित कर दिया. इसके बदले में दोनों देशों के साथ सीमा सुरक्षा और अपराध पर कड़ी कार्रवाई करने के लिए 30 दिनों का समय तय किया गया. वहीं, चीन के खिलाफ प्रस्तावित टैरिफ समय के भीतर लागू होंगे.

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और मेक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम ने इस समझौते को स्वीकार किया कि वे सीमा सुरक्षा के प्रयासों को बढ़ाएंगे. ट्रम्प ने मेक्सिको और कनाडा से अवैध आप्रवासन और ड्रग तस्करी पर काबू पाने की मांग की थी. इस समझौते के तहत मंगलवार को लागू होने वाले 25% टैरिफ को 30 दिनों के लिए स्थगित कर दिया गया.

कनाडा ने अपनी सीमा पर नई तकनीकी सहायता और कर्मियों की तैनाती करने का वादा किया और संगठित अपराध, फेंटेनल तस्करी और मनी लॉन्ड्रिंग से निपटने के लिए सहयोगी प्रयास शुरू किए. वहीं, मेक्सिको ने अपनी उत्तरी सीमा पर 10,000 राष्ट्रीय गार्ड के जवानों को तैनात करने का फैसला लिया ताकि अवैध प्रवासन और ड्रग्स की तस्करी पर काबू पाया जा सके.

अमेरिका ने मेक्सिको से यह भी वादा किया कि वह उच्च शक्ति वाले हथियारों की तस्करी को रोकने के लिए कदम उठाएगा.

चीन के खिलाफ टैरिफ जारी रहेगा

हालांकि, चीन के खिलाफ टैरिफ पर कोई समझौता नहीं हुआ है. चीन पर 10% के टैरिफ मंगलवार को प्रभावी होने जा रहे हैं. ट्रम्प ने चेतावनी दी कि यदि चीन फेंटेनल तस्करी नहीं रोकेगा, तो अमेरिका चीन पर और अधिक टैरिफ लगा सकता है.

चीन ने इस मुद्दे को अमेरिका की समस्या बताया है और यह भी कहा है कि वह इस फैसले के खिलाफ विश्व व्यापार संगठन में चुनौती देगा. लेकिन, चीन ने बातचीत के लिए भी दरवाजा खुला रखा है.

व्यापार युद्ध से बचने की कोशिश

यह समझौता, जिसे ट्रम्प ने "प्रारंभिक सफलता" बताया, अमेरिका, कनाडा और मेक्सिको के बीच व्यापार युद्ध को फिलहाल टालने में मदद करेगा. इससे इन देशों की अर्थव्यवस्थाओं को नुकसान होने से बचने की उम्मीद है और उपभोक्ताओं के लिए कीमतों में वृद्धि भी नहीं होगी.

ट्रम्प ने इस समझौते के बाद कहा, "राष्ट्रपति के रूप में, मेरी जिम्मेदारी है कि मैं सभी अमेरिकियों की सुरक्षा सुनिश्चित करूं, और यही मैं कर रहा हूं. मैं इस प्रारंभिक परिणाम से बहुत खुश हूं."

अन्य व्यापार साझेदारों पर विचार

ट्रम्प ने रविवार को संकेत दिया था कि वह अगला निशाना यूरोपीय संघ (EU) को बना सकते हैं, लेकिन इस पर उन्होंने कोई स्पष्ट समयसीमा नहीं दी. यूरोपीय संघ के नेताओं ने इस पर प्रतिक्रिया दी कि यदि अमेरिका टैरिफ लगाएगा, तो यूरोप प्रतिक्रिया देने के लिए तैयार रहेगा, लेकिन साथ ही वे बातचीत के पक्ष में भी हैं. यूरोपीय संघ, अमेरिका का सबसे बड़ा व्यापारिक और निवेश साझेदार है.

घरेलू आर्थिक प्रभाव

ट्रम्प ने यह भी स्वीकार किया कि इन टैरिफों के कारण अमेरिकी उपभोक्ताओं को कुछ समय के लिए परेशानी हो सकती है, लेकिन उनका मानना ​​है कि यह कदम आप्रवासन और नशे की तस्करी को रोकने के लिए जरूरी हैं. यदि यह टैरिफ लागू होते, तो अमेरिकी अर्थव्यवस्था को नुकसान हो सकता था, और उपभोक्ताओं के लिए सामान की कीमतों में वृद्धि हो सकती थी.

विशेषज्ञों के अनुसार, इन टैरिफों से कनाडा और मेक्सिको की अर्थव्यवस्थाएं मंदी का सामना कर सकती हैं, और इससे "स्टैगफ्लेशन" यानी उच्च मुद्रास्फीति, ठहरी हुई वृद्धि और बेरोजगारी जैसी स्थितियां पैदा हो सकती हैं.

इस प्रकार, जबकि ट्रम्प ने मेक्सिको और कनाडा के साथ कुछ समय के लिए व्यापार युद्ध को टाल दिया, चीन के खिलाफ टैरिफ अभी भी प्रभावी होंगे, जिससे वैश्विक व्यापार और अमेरिका की घरेलू अर्थव्यवस्था पर असर पड़ने की संभावना है.