Operation Sindoor: भारत और पाकिस्तान के बीच ऑपरेशन सिंदूर के बाद बढ़ते तनाव ने न केवल सीमा पर हलचल मचाई है, बल्कि अंडरवर्ल्ड और आतंकवाद के गठजोड़ को भी हिलाकर रख दिया है. खबरों के मुताबिक, भारत के सबसे वांछित अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम, जो लंबे समय से पाकिस्तान के कराची में छिपा हुआ था, अपने करीबी गुर्गों छोटा शकील और मुन्ना झिंगड़ा के साथ देश छोड़कर फरार हो गया है. हालांकि, भारतीय खुफिया एजेंसियां इस खबर को पूरी तरह सच मानने से पहले हर कोण से जांच कर रही हैं, क्योंकि यह गुमराह करने की साजिश भी हो सकती है.
सोशल मीडिया और कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत की सटीक एयर स्ट्राइक से घबराए दाऊद इब्राहिम ने पाकिस्तान छोड़ दिया है. सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि दाऊद, छोटा शकील, और मुन्ना झिंगड़ा संभवतः दुबई या किसी दूसरे देश में भाग गए हैं.
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा गया, 'भारत की स्ट्राइक से घबराया दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान छोड़कर भागा #IndiaPakistanWar #OperationSindoor'. हालांकि, भारतीय खुफिया एजेंसियों ने इस खबर पर सतर्कता बरतते हुए कहा है कि यह जानकारी पूरी तरह पुष्ट नहीं है.
सूत्रों ने बताया कि दाऊद और उसके गुर्गे शायद पाकिस्तान में ही किसी दूसरी जगह छिपे हों, और ऐसी खबरें भारतीय एजेंसियों को भटकाने के लिए फैलाई जा रही हों. एजेंसियां अपने कई स्रोतों से इनपुट्स को वेरिफाई कर रही हैं. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'हम हर संभावना पर नजर रखे हुए हैं. दाऊद का इतिहास रहा है कि वह अपनी लोकेशन को लेकर भ्रम पैदा करता है.'
ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत 6-7 मई 2025 की रात को हुई, जब भारतीय सेना, नौसेना, और वायुसेना ने पाकिस्तान और PoK में 9 आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए. यह कार्रवाई 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब थी, जिसमें 26 लोग, ज्यादातर पर्यटक, मारे गए थे. भारतीय रक्षा मंत्रालय ने इसे 'आतंकवाद के खिलाफ प्रतिबद्धता' करार देते हुए कहा कि हमले में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठनों के ठिकाने नष्ट किए गए.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऑल-पार्टी मीटिंग में बताया कि ऑपरेशन में 100 आतंकियों को मार गिराया गया, जिसमें जैश-ए-मोहम्मद के शीर्ष नेता अब्दुल रऊफ अजहर भी शामिल थे. इसके अलावा, जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर ने दावा किया कि उनके 10 परिवार वालों और चार सहयोगियों की मौत हुई.