बलूचिस्तान के एक सुनसान इलाके में दिन के उजाले में एक युवक और युवती की बेरहमी से हत्या कर दी गई. यह पूरा मंजर कैमरे में कैद हुआ और सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया. बताया जा रहा है कि दोनों को 'अवैध संबंध' के शक में मार दिया गया. वीडियो में युवती खुद मौत का सामना करते हुए कहती है, “तुम सिर्फ मुझे गोली मार सकते हो, और कुछ नहीं,” और फिर उस पर गोलियों की बौछार हो जाती है. यह वीडियो सामने आने के बाद पूरे पाकिस्तान में गुस्से की लहर दौड़ पड़ी है.
इस वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कुछ लोग एक युवक और युवती को गाड़ियों से निकालकर रेगिस्तानी इलाके में ले जाते हैं. युवती ने अपने सिर पर शॉल ओढ़ रखी है और वह सामने चल रही है, जबकि पीछे युवक चल रहा है. वहां पहले से मौजूद भीड़ मूकदर्शक बनी रहती है. युवती बलूचिस्तान की स्थानीय भाषा ब्राहवी में कहती है, “तुम सिर्फ मुझे गोली मार सकते हो, और कुछ नहीं.” इसके बाद उसे नजदीक से तीन बार गोली मारी जाती है. वह जमीन पर गिर जाती है, और फिर और गोलियां चलती हैं. कुछ ही पल में युवक को भी इसी तरह मार दिया जाता है. यह क्रूरता कैमरे में कैद हुई और पूरे देश में हलचल मचा गई.
बताया जा रहा है कि यह घटना ईद-उल-अजहा से तीन दिन पहले की है. इस वीडियो के वायरल होते ही प्रशासन हरकत में आया. क्वेटा के हन्ना-उरक थाने के स्टेशन हाउस ऑफिसर (SHO) नदीद अख्तर ने इस मामले में प्राथमिकी (FIR) दर्ज की है. बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री सरफराज बुगती ने सोमवार को इस जघन्य हत्या की पुष्टि करते हुए बताया कि अब तक 11 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और बाकी दोषियों की तलाश जारी है.
ڈرتے ہیں بندوقوں والے ایک نہتی لڑکی سے ۔۔ 😭😭
— Nadia Mirza (@nadia_a_mirza) July 20, 2025
نا پیروں پر گر ی نا گڑگڑائی نا زندگی کی بھیک مانگی ۔ بہادری سے بندوقوں کے سامنے کھڑی ہوئی اور بولی” نکاح کیا ہے کوئی کوئی گناہ نہیں کیا“ اور جان دے دی ۔ بلوچستان کی با ہمت بیٹی نے ان کمزور مردوں کو ذلیل و رسوا کر دیا ۔ pic.twitter.com/idJSmEJuXP
घटना का वीडियो सामने आने के बाद पूरे पाकिस्तान में गम और गुस्से का माहौल है. पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने इस कृत्य की तीखी निंदा करते हुए आरोपियों को “दरिंदे” बताया और कहा कि इन्हें किसी भी सूरत में रहम नहीं मिलना चाहिए. कई सिविल सोसाइटी संगठनों, मौलवियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी इस हिंसा के खिलाफ आवाज़ बुलंद की है और सरकार से फौरन सख्त कार्रवाई की मांग की है.