नई दिल्ली: चीन के तियांगोंग स्पेस स्टेशन पर मौजूद अंतरिक्ष यात्रियों ने पहली बार अंतरिक्ष में खाना पकाने का नया इतिहास रचा है. उन्होंने एक विशेष रूप से बनाए गए ओवन की मदद से स्पेस में चिकन विंग्स और स्टेक बेक किए हैं. यह उपलब्धि चीन के स्पेस किचन टेक्नोलॉजी में एक बड़ा कदम मानी जा रही है. ओवन में विभिन्न खाद्य पदार्थों जैसे कॉर्न, चिकन विंग्स और केक के लिए प्रीसेट प्रोग्राम भी हैं.
यह हॉट-एयर ओवन शेनझोउ-21 स्पेसक्राफ्ट के जरिए स्टेशन पर पहुंचाया गया था. इसने शेनझोउ-20 और शेनझोउ-21 मिशन के अंतरिक्ष यात्रियों को ताजे और गर्म भोजन तैयार करने की सुविधा दी. अब तक स्पेस में केवल प्री-पैकेज्ड फूड को गर्म किया जाता था, लेकिन अब वास्तविक खाना पकाना संभव हो गया है.
चाइना एस्ट्रोनॉट रिसर्च एंड ट्रेनिंग सेंटर के शोधकर्ता शुआन योंग ने बताया, 'हमने हाई-टेम्परेचर कैटालिसिस और मल्टी-लेयर फिल्ट्रेशन तकनीक का इस्तेमाल किया है ताकि बेकिंग के दौरान धुआं न निकले.' उन्होंने कहा कि यह ओवन पूरी तरह सुरक्षित है और इसमें किसी भी सतह को छूने पर जलने का खतरा नहीं है.
चीन के स्पेस स्टेशन पर अंतरिक्ष यात्री स्पेस ओवन से व्यंजन बना-खा रहे हैं. इसे अंतरिक्ष का पहला चूल्हा यानी ओवन बताया जा रहा है. pic.twitter.com/Z1QD9KFFTd
— Prakash K Ray (@pkray11) November 4, 2025
इस ओवन को माइक्रोग्रैविटी यानी शून्य गुरुत्वाकर्षण वाले वातावरण में काम करने के लिए डिजाइन किया गया है. ओवन के अंदर एक रेंज हूड लगाया गया है जिससे यह दुनिया का पहला ऐसा ओवन बन गया है जिसे वास्तव में किसी स्पेस स्टेशन पर उपयोग किया जा सकता है. इंजीनियरों ने इसमें अवशेष इकट्ठा करने वाला उपकरण, हीटिंग मेश, बेकिंग ट्रे और घूमने वाली टोकरी जोड़ी है ताकि खाना पकाते समय उड़ न जाए. ओवन का तापमान भी 100 डिग्री सेल्सियस से बढ़ाकर 190 डिग्री किया गया है जिससे अब खाना रोस्ट और बेक किया जा सकता है.
शोधकर्ता लियू वेइबो के अनुसार, 'अब अंतरिक्ष यात्री वास्तव में खाना पका सकते हैं. पहले केवल भोजन को गर्म किया जाता था लेकिन अब यह असली कुकिंग है जिसमें केमिकल रिएक्शन होते हैं. खाना अब सुनहरा और कुरकुरा बनता है.' अंतरिक्ष यात्री अब जन्मदिन या विशेष अवसरों पर केक बेक कर सकते हैं, मूंगफली भून सकते हैं या मांस ग्रिल कर सकते हैं. लियू ने बताया कि 'अब अंतरिक्ष यात्री वीकेंड, त्योहारों और खास मौकों पर स्पेशल मील का आनंद ले सकते हैं. इससे उनका मनोबल और जीवन की गुणवत्ता दोनों बढ़ेगी.'