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India Daily

चीन का नया 'ब्लैकआउट बम' जो दुश्मन को ला देगा अंधेरे में! हमला करते ही ठप हो जाएगा पूरा इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम

चीन ने एक ऐसा खतरनाक हथियार तैयार किया है जो दुश्मन के बिजलीघरों को पूरी तरह से तबाह कर सकता है और पूरे इलाके को अंधेरे में डुबो सकता है. इसे एक ग्रेफाइट बम जैसा हथियार बताया जा रहा है, जो हमला होते ही टारगेट एरिया की पावर सप्लाई पूरी तरह से काट देता है.

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Edited By: Princy Sharma
China Unveils Blackout Bomb
Courtesy: X

China Unveils Blackout Bomb: चीन ने एक ऐसा खतरनाक हथियार तैयार किया है जो दुश्मन के बिजलीघरों को पूरी तरह से तबाह कर सकता है और पूरे इलाके को अंधेरे में डुबो सकता है. इसे एक ग्रेफाइट बम जैसा हथियार बताया जा रहा है, जो हमला होते ही टारगेट एरिया की पावर सप्लाई पूरी तरह से काट देता है. चीन के सरकारी न्यूज चैनल CCTV ने इसका एक एनिमेटेड वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है.

वीडियो में देखा जा सकता है कि यह बम एक वाहन से जमीन पर लॉन्च किया जाता है. जैसे ही यह बम हवा में फटता है, इससे करीब 90 छोटे-छोटे सिलिंडरनुमा सबम्यूनिशन निकलते हैं, जो नीचे गिरते ही उछलते और फटते हैं. इन धमाकों के साथ ही इनमें मौजूद कार्बन के बेहद महीन धागे (फिलामेंट्स) हवा में बिखर जाते हैं और बिजली के उपकरणों में शॉर्ट सर्किट कर देते हैं.

कैसे करता है काम?

इन फिलामेंट्स को खास रासायनिक प्रक्रिया (chemical process) से तैयार किया गया है ताकि ये बिजली के ढांचे को पूरी तरह से निष्क्रिय कर सकें. ये हाई वोल्टेज पावर स्टेशन और ट्रांसफार्मर जैसे सिस्टम में घुसकर उन्हें खराब कर देते हैं. इस वजह से दुश्मन के इलाके में कमान और कंट्रोल सिस्टम ठप हो जाता है, जिससे वह न तो सैन्य कार्रवाई कर सकता है और न ही संपर्क बना पाता है. CCTV की रिपोर्ट के मुताबिक, ये हथियार एक बार में 10,000 वर्ग मीटर से ज्यादा इलाके की बिजली आपूर्ति को बंद कर सकता है.

चीन ने इसका नाम नहीं बताया, लेकिन...

चीनी मीडिया ने इस हथियार को 'घरेलू रूप से बना रहस्यमयी मिसाइल' कहा है और इसका नाम जाहिर नहीं किया है. इसकी रेंज 290 किलोमीटर और इसका वॉरहेड 490 किलो ग्राम वजनी बताया गया है, जो इसे बिजली से जुड़े अहम सैन्य ठिकानों पर हमले के लिए परफेक्ट बनाता है. हालांकि ये साफ नहीं है कि ये हथियार अभी चीन की सेना (PLA) के पास पूरी तरह तैनात है या सिर्फ टेस्टिंग में है.

अमेरिका भी कर चुका है

ग्रेफाइट बम का कॉन्सेप्ट नया नहीं है. अमेरिकी सेना ने इसका इस्तेमाल इराक युद्ध में किया था. वहां ग्रेफाइट वारहेड से लैस टॉमहॉक मिसाइलों ने 85% बिजली ग्रिड को तबाह कर दिया था, जिससे सरकार, एयर डिफेंस और आर्मी सिस्टम पूरी तरह ठप हो गए थे.

कितना खतरनाक है ये हथियार?

हालांकि चीन ने इसे ग्रेफाइट बम नहीं कहा, लेकिन इसकी सारी खूबियां उसी तरह की हैं. यह पारंपरिक हथियारों से अलग है, क्योंकि यह लोगों को मारता नहीं, बल्कि उनकी तकनीक और पावर सिस्टम को खत्म करता है. इससे युद्ध के बिना भी दुश्मन को पंगु बनाया जा सकता है. 2017 में चीनी डिफेंस मैगजीन 'Modern Ships' के संपादक चेन वुंडी ने ग्रेफाइट बम को 'भविष्य का गेम-चेंजर हथियार' बताया था और कहा था कि PLA पहले ही इसका प्रारंभिक संस्करण इस्तेमाल कर रही है.