भारत, रूस और चीन के बीच सहयोग न केवल इन तीनों देशों के लिए लाभकारी है, बल्कि यह क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर शांति, सुरक्षा, स्थिरता और प्रगति को भी बढ़ावा देता है. इन तीन शक्तिशाली राष्ट्रों का गठजोड़ वैश्विक मंच पर एक नई गतिशीलता लाने की क्षमता रखता है. इस त्रिपक्षीय सहयोग के माध्यम से आर्थिक, सामरिक और सांस्कृतिक क्षेत्रों में सकारात्मक बदलाव देखने को मिल सकते हैं.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, चीन ने इस सहयोग को और मजबूत करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है. एक आधिकारिक बयान में कहा गया, "चीन रूस और भारत के साथ संचार बनाए रखने के लिए तैयार है ताकि त्रिपक्षीय सहयोग को आगे बढ़ाया जा सके." यह बयान इस बात का संकेत है कि चीन इस गठबंधन को न केवल क्षेत्रीय स्थिरता के लिए बल्कि वैश्विक कल्याण के लिए भी महत्वपूर्ण मानता है.
MOFA: China-Russia-India cooperation benefits all three countries, and regional and global peace, security, stability and progress. China stands ready to maintain communication with Russia and India on advancing the trilateral cooperation. pic.twitter.com/SoANB2f6it
— Yu Jing (@ChinaSpox_India) July 18, 2025
MOFA: China-Russia-India cooperation benefits all three countries, and regional and global peace, security, stability and progress. China stands ready to maintain communication with Russia and India on advancing the trilateral cooperation. pic.twitter.com/SoANB2f6it
— Yu Jing (@ChinaSpox_India) July 18, 2025
आर्थिक और सामरिक लाभ
भारत, रूस और चीन के बीच सहयोग से आर्थिक विकास को नई गति मिल सकती है. ये तीनों देश मिलकर व्यापार, तकनीकी नवाचार और ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग बढ़ा सकते हैं. सामरिक दृष्टिकोण से, यह गठजोड़ वैश्विक चुनौतियों जैसे जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद और साइबर सुरक्षा जैसे मुद्दों पर संयुक्त रणनीति विकसित करने में मददगार साबित हो सकता है.
वैश्विक शांति में योगदान
यह त्रिपक्षीय सहयोग वैश्विक शांति और स्थिरता के लिए एक मज़बूत आधार प्रदान कर सकता है. तीनों देशों की साझा दृष्टि और सांस्कृतिक विविधता एक ऐसी नींव तैयार करती है, जो वैश्विक समस्याओं का समाधान खोजने में सहायक हो सकती है. यह गठजोड़ न केवल इन देशों के बीच विश्वास को मजबूत करता है, बल्कि अन्य देशों को भी सहयोग और साझेदारी की दिशा में प्रेरित करता है.
भविष्य की संभावनाएं
इस सहयोग के भविष्य में अनेक संभावनाएं हैं. भारत, रूस और चीन के बीच बढ़ता सहयोग न केवल इन देशों के लिए, बल्कि पूरे विश्व के लिए एक समृद्ध और सुरक्षित भविष्य की नींव रख सकता है. इस दिशा में निरंतर संवाद और सहयोग आवश्यक है.