नई दिल्ली: आईपीएल 2026 का ऑक्शन समाप्त हो चुका है और इस बार नीलामी में ऑस्ट्रेलिया के स्टार ऑलराउंडर कैमरून ग्रीन के लिए रिकॉर्ड बोली लगी. कोलकाता नाइट राइडर्स ने ग्रीन को 25.20 करोड़ रुपए में अपनी टीम में शामिल किया है.
ग्रीन इसी के साथ आईपीएल में सबसे महंगे विदेशी खिलाड़ी बन गए हैं. हालांकि, सबसे बड़ा सवाल है कि क्या कोलकाता ने इतनी मोटी रकम चुकाकर बड़ी गलती कर दी है? उन्होंने एक बार फिर पिछले ऑक्शन से सीख नहीं ली है.
कोलकाता ने कैमरून ग्रीन के लिए रिकॉर्ड 25.20 करोड़ रुपए की बोली लगाई. दरअसल, दिग्गज ऑलराउंडर आंद्रे रसेल ने आईपीएल से संन्यास का ऐलान कर दिया था. ऐसे में उन्हें किसी एक ऑलराउंडर की जरूरत थी क्योंकि उन्होंने वेंकटेश अय्यर को भी रिलीज कर दिया था. ऐसे में केकेआर ने ग्रीन को अपने साथ जोड़ा.
कोलकाता ने इससे पहले भी कुछ खिलाड़ियों के लिए नीलामी में ऊंची बोली लगाई थी. उन्होंने पिछले सीजन ही वेंकटेश अय्यर के लिए 23.75 करोड़ की बोली लगाई थी. हालांकि, वेंकटेश अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके थे और फिर उन्हें रिलीज कर दिया गया.
इससे पहले 2024 में कोलकाता ने मिचेल स्टार्क के लिए 24.75 करोड़ रुपए की बोली लगाई थी. स्टार्क का प्रदर्शन फीका रहा था और वे खूब रन भी लुटाते थे. हालांकि, प्लेऑफ के मैचों में उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया था लेकिन कोलकाता ने अगले ही सीजन उन्हें भी रिलीज कर दिया.
ग्रीन को अब कोलकाता ने 25.20 करोड़ में अपने साथ जोड़ा है, तो उनसे उम्मीदें भी अधिक होंगी. ऐसे में सवाल है कि ग्रीन इन उम्मीदों के दबाव में बिखरेंगे या फिर निखरेंगे. आईपीएल ऐसे में कई खिलाड़ियों का उदाहरण है, जो प्राइस टैग के दबाव में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके.
अगर बड़े प्राइस टैग की बात करें, तो 2021 में राजस्थान रॉयल्स ने 16.25 करोड़ की बोली लगाई थी. हालांकि, वे अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके थे और वो उनका आखिरी आईपीएल सीजन भी साबित हुआ था. इसके अलावा न्यूजीलैंड के काइल जैमिसन को भी 2021 में बेंगलुरु ने 15 करोड़ दिए थे लेकिन उनका प्रदर्शन भी खराब रहा था.
हाल के समय में देखें तो वेंकटेश अय्यर और मिचेल स्टार्क सबसे उदाहरण हैं. तो वहीं लखनऊ सुपर जायंट्स ने आईपीएल 2025 में ऋषभ पंत को भी 27 करोड़ में खरीदा लेकिन वे भी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके थे. हालांकि, श्रेयस अय्यर 26.75 करोड़ के बिकने के बावजूद अच्छा प्रदर्शन करने में कामयाब रहे थे.