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India Daily

ट्रंप के 248 फीसदी टैरिफ ठोकने के बीच को लेकर चीन ने समझौते को लेकर किया बड़ा ऐलान

अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध तेज़ी से बढ़ता जा रहा है. चीन ने अमेरिका से कुछ शर्तें रखी हैं, जिन्हें पूरा किए बिना वह व्यापार वार्ता शुरू करने को तैयार नहीं है.

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Edited By: Mayank Tiwari
अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध
Courtesy: Social Media

अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते व्यापार युद्ध के बीच, बीजिंग चाहता है कि दोनों देश व्यापार वार्ता शुरू करने से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से कुछ कदम उठाए जाएं. ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीन को उम्मीद है कि अमेरिका बीजिंग के प्रति अधिक सम्मान दिखाएगा, क्योंकि वह चाहता है कि ट्रंप प्रशासन "अपने कैबिनेट के सदस्यों द्वारा अपमानजनक टिप्पणियों पर लगाम लगाए."

बातचीत शुरू करने के लिए चीन की शर्तें क्या हैं? 

चीन द्वारा रखी गई अन्य शर्तों में अमेरिकी प्रतिबंधों और ताइवान के संबंध में "चीन की चिंताओं का समाधान करने" की इच्छा के साथ "अधिक सुसंगत अमेरिकी स्थिति" शामिल है.  रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि चीन यह भी अपेक्षा करता है कि अमेरिका वार्ता के लिए एक व्यक्ति की नियुक्ति करेगा जो चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और उनके अमेरिकी समकक्ष के बीच हस्ताक्षरित होने वाले समझौते को तैयार कर सके. 

व्हाइट हाउस ने फैक्टशीट जारी कर चीन पर भारी टैरिफ लगाया

इसके अलावा, व्हाइट हाउस ने मंगलवार को एक तथ्य पत्र जारी किया, जिसमें कहा गया कि राष्ट्रपति ट्रंप ने आयातित महत्वपूर्ण खनिजों और उनके उत्पादों पर अमेरिका की निर्भरता से पैदा हुए राष्ट्रीय सुरक्षा जोखिमों की जांच शुरू करने के लिए एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं.  तथ्य पत्रक में विस्तृत जानकारी दिए बिना कहा गया है, "चीन को अपनी जवाबी कार्रवाई के परिणामस्वरूप अब अमेरिका को होने वाले आयात पर 245% तक टैरिफ का सामना करना पड़ रहा है."

चीन ने ट्रंप के नवीनतम टैरिफ़ पर प्रतिक्रिया व्यक्त की

अमेरिका द्वारा लगाए गए नवीनतम टैरिफ पर चीन की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया आई है, क्योंकि चीनी विदेश मंत्रालय (एमएफए) ने बुधवार को वाशिंगटन से "धमकी और ब्लैकमेल करना बंद करने" को कहा है.  विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने अमेरिका पर व्यापार युद्ध शुरू करने का आरोप लगाया और जोर देकर कहा कि "चीन ने हमारे उचित हितों और अंतर्राष्ट्रीय निष्पक्षता एवं न्याय की रक्षा के लिए आवश्यक जवाबी कदम उठाए.

बीजिंग ने वाशिंगटन से कहा कि यदि वह बातचीत के जरिए समाधान चाहता है तो उसे अधिकतम दबाव का इस्तेमाल बंद कर देना चाहिए. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "अमेरिका ने टैरिफ युद्ध शुरू किया. चीन ने हमारे उचित हितों और अंतर्राष्ट्रीय निष्पक्षता एवं न्याय की रक्षा के लिए आवश्यक जवाबी कदम उठाए.

US चीन को धमकाना और ब्लैकमेल करना बंद कर दे 

प्रवक्ता ने कहा, "यदि अमेरिका वास्तव में वार्ता के माध्यम से समाधान चाहता है, तो उसे अधिकतम दबाव डालना बंद कर देना चाहिए, चीन को धमकाना और ब्लैकमेल करना बंद कर देना चाहिए और समानता, सम्मान और पारस्परिक लाभ के आधार पर वार्ता करनी चाहिए."