नई दिल्ली: अमेरिका और वेनेजुएला के बीच तनाव एक बार फिर बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को चेतावनी दी कि वेनेजुएला के ऊपर और आसपास का हवाई क्षेत्र पूरी तरह से 'बंद' माना जाए. यह बयान ऐसे समय आया है जब अमेरिका वेनेजुएला की मादुरो सरकार पर दबाव बढ़ा रहा है.
ट्रंप ने हाल ही में इशारा किया कि कैरिबियन और पैसिफिक में कथित ड्रग-स्मगलिंग बोट्स के खिलाफ US मिशन अब वेनेजुएला के भीतर सैन्य हमलों में भी बदल सकती हैं. रिपोर्ट के अनुसार इन अभियानों में अब तक 80 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. ट्रंप और मादुरो के बीच हाल ही में एक फोन वार्ता भी हुई जिसमें दोनों के बीच अमेरिकी दौरे की संभावना पर चर्चा हुई.
देश की डिफेंस तैयारियों से जुड़े छह सोर्स के मुताबिक अगर अमेरिका हमला करता है तो वेनेजुएला की सेना उसके सामने टिक नहीं पाएगी. रिपोर्ट के अनुसार देश की सेना प्रशिक्षण की कमी, घटते वेतन और पुराने उपकरणों के कारण कमजोर हो चुकी है. मादुरो ने वफादारी सुनिश्चित करने के लिए कई सैन्य अधिकारियों को सरकारी पदों पर नियुक्त किया है, लेकिन सामान्य सैनिकों का वेतन केवल 100 डॉलर प्रतिमाह के करीब है, जो परिवार की बुनियादी जरूरतों के लिए पर्याप्त नहीं है.
सूत्रों का कहना है कि अगर अमेरिका हमला करता है तो सेना में भगोड़े सैनिकों की संख्या तेजी से बढ़ सकती है. सेना के अधिकतर अभियान बीते वर्षों में प्रदर्शनकारियों से निपटने तक ही सीमित रहे हैं. मादुरो ने दावा किया है कि लगभग 80 लाख नागरिक मिलिशिया के रूप में प्रशिक्षण ले रहे हैं.
हालांकि सूत्रों के मुताबिक वास्तविक रूप से केवल कुछ हजार सशस्त्र समर्थक और खुफिया अधिकारी ही रक्षा में हिस्सा लेंगे. वेनेजुएला के पास रूस निर्मित पुराने हेलीकॉप्टर, टैंक और सु-30 लड़ाकू विमान हैं जो आधुनिक अमेरिकी विमानों के मुकाबले कमजोर माने जाते हैं.
अगर अमेरिका हमला करता है तो वेनेजुएला गुरिल्ला रणनीति अपनाने की योजना बना रहा है. रिपोर्ट के अनुसार देश में 280 से अधिक ठिकानों से छोटे सैन्य दस्ते छिपकर लड़ाई, सबोटाज और अराजकता फैलाने की रणनीति पर काम करेंगे. इसके अलावा खुफिया एजेंसियों और सत्तारूढ़ पार्टी के समर्थक समूहों के जरिए राजधानी कराकस में अराजकता फैलाने की योजना भी बताई जा रही है.
रिपोर्ट में कहा गया कि सरकार के पास करीब 5,000 रूसी निर्मित इग्ला मिसाइलें हैं जिन्हें हाल में मादुरो ने टीवी पर दिखाया था. पश्चिमी देशों ने मादुरो सरकार पर ड्रग तस्करी से जुड़े नेटवर्क का हिस्सा होने का आरोप लगाया है, हालांकि सरकार ने इसे नकारते हुए कहा कि अमेरिका केवल वेनेजुएला के तेल संसाधनों पर कब्जा करना चाहता है.