नई दिल्लीः बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशें को ने कहा है कि अगर दूसरे देशों के द्वारा उस पर हमला किया जाता है तो बेलारूस परमाणु हथियारों के इस्तेमाल को लेकर स्वतंत्र होगा और उनको उन्हीं की भाषा में जवाब दिया जाएगा. सीएनएन के मुताबिक, न्यूज एजेंसी बेल्टा को दिए गए साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि जब तक यूक्रेन हमारी सीमा पार नहीं करता है तब तक हम इस जंग में शामिल नहीं होंगे.
पूरी क्षमता के साथ करेंगे मुकाबला
रिपोर्ट के मुताबिक, प्रेसिडेंट लुकाशेंको ने कहा कि नाटो देश खासतौर पर पोलैंड, लात्विया, लिथुआनिया किसी ने भी हमें उत्तेजित करने की कोशिश की तो हम अपनी पूरी शक्ति के साथ इसका माकूल जवाब देंगे. जरूरत पड़ने पर परमाणु हथियारों के इस्तेमाल से भी हम पीछे नहीं हटेंगे. बेलारूस पर होने वाले किसी भी हमले में हम अपनी पूरी क्षमता के साथ मुकाबला करेंगे.
रूस हमारा करीबी सहयोगी
रिपोर्ट के अनुसार, लुकाशेंको ने आगे कहा कि वह रूस की मदद करना जारी रखेंगे.वह हमारा करीबी दोस्त है.हमारे पास परमाणु हथियार लोगों को डराने के लिए नहीं हैं. रूस ने जो परमाणु हथियार बेलारूस में तैनात किए हैं वे सभी टेक्निकल न्यूक्लियर वेपन हैं. इसलिए जंग होने पर बेलारूस उनके इस्तेमाल से पीछे नहीं हटेगा.
रूस पर माना जाएगा हमला
रूसी राष्ट्रपति पुतिन पहले ही कह चुके हैं कि बेलारूस के खिलाफ कोई भी एक्शन रूस पर हमला माना जाएगा. उन्होंने कहा था कि रूस सभी संभावित तरीकों से बेलारूस की मदद करेगा. यूक्रेन जंग के बाद बेलारूस, रूस के लिए एक अहम सहयोगी बनकर उभरा है.
टेक्निकल न्यूक्लियर वेपन
ये छोटे एटम बम होते हैं, जिनकी क्षमता 1 किलोटन से लेकर 100 किलोटन हो सकती है. हिरोशिमा पर गिराए गए एटम बम की क्षमता 15 किलोटन थी. ऐसे 2000 एटम बम रूस के पास मौजूद हैं. इन्हें टेक्निकल न्यूक्लियर वेपन भी कहते हैं.
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