Who Is Shilasti Rehman: बांग्लादेश के सांसद अनवारुल अजीम अनार की हत्या में हनी ट्रैप एंगल सामने आया है. दावा किया जा रहा है कि हनी ट्रैप में शामिल युवती का नाम शिलास्ती रहमान है, जो एक मॉडल बनना चाहती थी. मॉडलिंग के जरिए सफलता की सीढ़िया चढ़ने वाली शिलास्ती रहमान की एक दिन अक्तारुज्जमां शाहीन से मुलाकात होती है. अक्तारुज्जमां शाहीन बांग्लादेशी सांसद के मर्डर केस का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है. अक्तारुज्जमां को पुराने ढाका के अमीर लोगों में शामिल किया जाता है.
दावा किया जा रहा है कि शिलास्ती रहमान, अक्तारुज्जमां शाहीन के चंगुल में फंसकर अपराध की दुनिया में पहुंच गई और अब कातिल हसीना बन गई है. अमेरिकी पासपोर्ट रखने वाला शाहीन जब भी बांग्लादेश आता था, तो कातिल हसीना को साथ रखता था. वो शिलास्ती रहमान को लेकर अक्सर पार्टियों में दिख जाता था.
शिलास्ती रहमान को सेले निस्की नाम से भी जाना जाता है. पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में सांसद अनार की हत्या के बाद शिलास्ती का नाम सामने आया. फिलहाल, शिलास्ती को बांग्लादेश की पुलिस ने हिरासत में रखा है. सांसद की हत्या की पड़ताल में जुटी टीम के सूत्रों ने बताया कि 13 मई को कोलकाता में सांसद की हत्या करने के बाद शिलास्ती 15 मई को आरोपी अमानुल्लाह उर्फ शिमुल भुईया के साथ ढाका चली आई. बशुंधरा हवाई अड्डे से शिलास्ती, मामले के मास्टरमाइंड अक्तारुज्जमां के फ्लैट पर पहुंची. सांसद की हत्या में सफल होने के बाद अक्तारुज्जमां और शिलास्ती ने फ्लैट पर पार्टी भी की.
सूत्रों के मुताबिक, सांसद अनार की हत्या के वक्त शिलास्ती कोलकाता में अक्तारुज्जमां के किराए के फ्लैट पर ही थी. फिलहाल, हत्याकांड में शिलास्ती की भागीदारी का सीधा कनेक्शन सामने नहीं आया है. जांच से जुड़े सूत्रों ने बताया कि शिलास्ती मूल रूप से तंगैल के नागरपुर की रहने वाली है, लेकिन उसका पालन पोषण पुराने ढाका में ही हुआ है.
इंटेलिजेंस अधिकारियों के मुताबिक, सांसद अनवारुल 12 मई को कोलकाता पहुंचे थे. इसकी जानकारी मास्टरमाइंड शाहीन को पहले से थी. कोलकाता पहुंचने के बाद सांसद अपने दोस्त गोपाल बिस्वास के घर गए. इसके एक दिन बाद मास्टरमाइंड शाहीन के गुर्गों ने उन्हें अपने फ्लैट पर बुलाया. सूत्रों के मुताबिक, शायद सांसद और हत्यारों के बीच पहले से जान-पहचान थी, इसलिए सांसद उनके बुलाए पते पर 13 फरवरी को पहुंच गए. इसके बाद से ही सांसद का कुछ पता नहीं चला. बाद में जानकारी मिली कि सांसद की हत्या कर दी गई है.
उधर, सूत्रों का दावा है कि मास्टरमाइंड शाहीन 18 मई को भारत से होता हुआ नेपाल पहुंचा और फिर वहां से दुबई के रास्ते अमेरिका चला गया. पूरे मामले के पीछे अब तक ये सामने आया है कि वारदात को गोल्ड स्मलिंग के चक्कर में अंजाम दिया गया है.