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India Daily

पाकिस्तान में पैरामिलिट्री फोर्स हेडक्वार्टर पर हमला, सुनी गई कई धमाकों की आवाज, अबतक 3 की मौत

पुलिस ने कई विस्फोटों और जारी जवाबी कार्रवाई की पुष्टि की है. यह हमला इस साल की शुरुआत में क्वेटा स्थित इसी तरह के मुख्यालय पर हुए एक घातक कार बम विस्फोट के बाद हुआ है.

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Edited By: Gyanendra Sharma
Attack on paramilitary headquarters in Peshawar Pakistan
Courtesy: Photo-Social Media Grab

पेशावर: सोमवार को पेशावर में पाकिस्तानी अर्धसैनिक बल मुख्यालय पर बंदूकधारियों ने हमला किया. पुलिस ने कई विस्फोटों और जारी जवाबी कार्रवाई की पुष्टि की है. पैरामिलिट्री फोर्स हेडक्वार्टर के पास कई जोरदार धमाके हुए हैं. कई राउंड फायरिंग भी हुई है. 

यह हमला इस साल की शुरुआत में क्वेटा स्थित इसी तरह के मुख्यालय पर हुए एक घातक कार बम विस्फोट के बाद हुआ है, जो बढ़ते क्षेत्रीय तनाव और बलूचिस्तान में लंबे समय से चल रहे विद्रोह के बीच हुआ था.

रॉयटर्स ने पुलिस के हवाले से बताया कि बंदूकधारियों ने सोमवार को उत्तर-पश्चिमी शहर पेशावर में पाकिस्तान अर्धसैनिक बल मुख्यालय पर हमला किया. हमले में कम से कम तीन लोग मारे गए हैं . पाकिस्तानी समाचार आउटलेट डॉन ने पुलिस अधिकारी मियां सईद अहमद के हवाले से कहा, "एफसी मुख्यालय पर हमला हुआ है हम जवाब दे रहे हैं और इलाके की घेराबंदी की जा रही है. 

एफसी चौक मेन सदर में विस्फोटों की आवाज सुनी गई

अधिकारी ने कहा, "इलाके में कई विस्फोट हुए हैं उन्होंने कहा किइलाके की घेराबंदी की जा रही है. हमले के तुरंत बाद, सोशल मीडिया पर कई वीडियो सामने आए जिसमें दावा किया गया कि एफसी चौक मेन सदर में विस्फोटों की आवाज सुनी गई. इस साल की शुरुआत में, क्वेटा में अर्धसैनिक मुख्यालय के बाहर एक शक्तिशाली कार बम विस्फोट में कम से कम दस लोग मारे गए और कई घायल हो गए. 

पहले भी होते रहे हैं आत्मघाती हमले

यह घटना क्षेत्रीय तनाव बढ़ने के बीच हुई. 3 सितंबर को, क्वेटा में एक राजनीतिक रैली में एक आत्मघाती हमले में 11 लोग मारे गए और 40 से अधिक घायल हो गए पाकिस्तानी सेना बलूचिस्तान में लंबे समय से चल रहे उग्रवाद से जूझ रही है, जिसने 2024 में 782 लोगों की जान ले ली थी. मार्च में, बलूच लिबरेशन आर्मी ने एक ट्रेन का अपहरण कर लिया और ड्यूटी पर तैनात सैनिकों की हत्या कर दी. जनवरी से अब तक, विभिन्न हमलों में 430 से ज़्यादा लोग मारे जा चुके हैं. इसमें ज़्यादातर सुरक्षाकर्मी जिनमें बन्नू में छह सैनिक भी शामिल हैं.