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India Daily

दक्षिण चीन सागर छोड़कर मिडिल ईस्ट की तरफ रवाना हुआ अमेरिका का एयरक्राफ्ट कैरियर, क्या इजरायल-ईरान जंग में कूदने जा रहे ट्रंप?

निमित्ज का मध्य पूर्व की ओर बढ़ना क्षेत्र में बढ़ते तनाव का संकेत है. यह कदम वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए नई चुनौतियां खड़ी कर सकता है. क्या यह तनाव युद्ध में बदलेगा, या कूटनीति से हल होगा, यह समय बताएगा.

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Edited By: Sagar Bhardwaj
Americas aircraft carrier USS Nimitz headed for the Middle East

सोमवार सुबह अमेरिकी विमानवाहक पोत यूएसएस निमित्ज ने दक्षिण चीन सागर छोड़ दिया और पश्चिम की ओर बढ़ गया. शिप-ट्रैकिंग वेबसाइट मरीन ट्रैफिक के डेटा के अनुसार, यह पोत अब मध्य पूर्व की ओर जा रहा है, जहां इजरायल और ईरान के बीच तनाव चरम पर है. निमित्ज को इस सप्ताह वियतनाम के दनांग शहर में रुकना था, लेकिन दो सूत्रों, जिनमें एक राजनयिक शामिल है, ने बताया कि फिलहाल यह यात्रा टाल दी गई है.

वियतनाम यात्रा रद्द

एक सूत्र ने बताया कि हनोई में अमेरिकी दूतावास ने "आपातकालीन परिचालन आवश्यकता" का हवाला देते हुए इस रद्दीकरण की सूचना दी. हालांकि, रॉयटर्स के अनुरोध पर दूतावास ने तत्काल कोई जवाब नहीं दिया. निमित्ज कैरियर स्ट्राइक ग्रुप ने पिछले सप्ताह दक्षिण चीन सागर में समुद्री सुरक्षा अभियान चलाया था, जिसे अमेरिकी पैसिफिक फ्लीट कमांड ने "इंडो-पैसिफिक में अमेरिकी नौसेना की नियमित उपस्थिति" का हिस्सा बताया.

ईरान-इजरायल तनाव और अमेरिका की चेतावनी
सोमवार तड़के ईरानी मिसाइलें इजरायल पर गिरीं, जिससे तेल अवीव में अमेरिकी दूतावास को नुकसान पहुंचा. तेहरान ने अपने सहयोगियों से इस्लामिक सेना गठित कर इजरायल के खिलाफ युद्ध छेड़ने की अपील की. पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी दी थी, "अगर ईरान ने किसी भी तरह से हम पर हमला किया, तो अमेरिकी सशस्त्र बलों की पूरी ताकत और शक्ति आप पर पहले कभी न देखे गए स्तर पर टूट पड़ेगी." ट्रंप ने यह भी कहा था कि उन्होंने ईरान के सर्वोच्च नेता की हत्या की इजरायली योजना को वीटो कर दिया था.

मध्य पूर्व की ओर रुख
निमित्ज का मध्य पूर्व की ओर बढ़ना क्षेत्र में बढ़ते तनाव का संकेत है. यह कदम वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए नई चुनौतियां खड़ी कर सकता है. क्या यह तनाव युद्ध में बदलेगा, या कूटनीति से हल होगा, यह समय बताएगा.