USA Sanctions: अमेरिकी वित्त विभाग ने कहा कि अमेरिका ने गुरुवार को हौथी और हिजबुल्लाह व्यापार नेटवर्क को निशाना बनाते हुए और अधिक प्रतिबंध लगाए हैं. वॉशिंगटन तेहरान समर्थित समूहों के ऊपर अपना दबाव बढ़ाना चाहता है जिससे समंदर में होने वाले हमलों को रोका जा सके. इस कार्रवाई के बाद लक्षित लोगों की सभी अमेरिकी संपत्तियां जब्त हो जाएंगी और आम तौर पर अमेरिकी उन से लेन-देन नहीं कर सकेंगे. इसके अलावा अन्य लोग जो उनसे लेन-देन जारी रखेंगे उन पर भी प्रतिबंध लगने का जोखिम है.
अमेरिकी ट्रेजरी विभाग ने एक बयान में कहा कि उसने उन कंपनियों, व्यक्तियों और जहाजों पर प्रतिबंध लगाया है जो ईरानी वस्तुओं की शिपिंग करते थे. यह काम हूती नेटवर्क के जरिए होता था, उस पर भी प्रतिबंध लगाया गया है. ट्रेजरी विभाग ने अपने बयान में कहा कि सईद अल-जमाल के नेटवर्क से होने वाला राजस्व हूथियों को लाल सागर में जहाजों और नागरिक बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने में मदद करता है.
ईरान से जुड़े हूती विद्रोहियों द्वारा लाल सागर में जहाजों पर किए गए हमलों ने पूर्व-पश्चिम व्यापार के लिए जरूरी शिपिंग रूट को बाधित कर दिया है. इस कारण माल ढुलाई की दरें बढ़ गई हैं और एशियाई और यूरोपीय बंदरगाहों में भीड़भाड़ हो गई है. गुरुवार को हिजबुल्लाह ने एक एलपीजी खेप को भी निशाना बनाया. ट्रेजरी ने कहा कि हिजबुल्लाह नियंत्रित तलाकी समूह ने दो टैंकरों का इस्तेमाल ईरान से चीन तक करोड़ों डॉलर मूल्य की एलपीजी भेजने के लिए किया.
आतंकवाद और वित्तीय खुफिया मामलों के लिए ट्रेजरी के कार्यवाहक अवर सचिव ब्रैडली स्मिथ ने कहा कि आज की कार्रवाई लेबनानी हिजबुल्लाह और हूतियों जैसे क्षेत्रीय आतंकवादी संगठनों पर की गई. इन्हें ईरान से वित्त पोषण मिलता रहा है. वित्तीय स्थिरता हासिल करने के बाद यह समूह क्षेत्र में संकट का कारण बनते हैं. हम ऐसे समूहों पर लगातार कार्रवाई करना जारी रखेंगे.