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India Daily

 लाल सागर में हूतियों के आतंक से छुटकारा दिलाएगा 'प्रॉस्पेरिटी गार्जियन', ये 10 देश होंगे शामिल 

Operation Prosperity Guardian: अमेरिका ने हूतियों से निपटने के लिए 10 देशों का एक गठबंधन बनाया है. यह सभी देश मिलकर व्यापारिक जहाजों को हूतियों से बचाने के लिए गश्त करेंगे.

Shubhank Agnihotri
Edited By: Shubhank Agnihotri
Red sea

हाइलाइट्स

  • यमन में हूतियों का लगातार बढ़ रहा आतंक
  • बहुराष्ट्रीय सुरक्षा पहल वर्तमान स्थिति में जरूरी

Operation Prosperity Guardian: इजरायल और हमास जंग के बीच ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने एलान किया था कि वह साउथ रेड सी और अदन की खाड़ी में व्यापारिक जहाजों को निशाना बनाएंगे. यह एलान हूती विद्रोहियों ने गाजा के समर्थन में किया था. इस धमकी के बाद अमेरिका और तमाम क्षेत्रीय शक्तियों ने चिंता जताई थी. इस सबके बाद अमेरिका ने इनसे निपटने के लिए 10 देशों का एक गठबंधन बनाया है. यह दस देश मिलकर व्यापारिक जहाजों को हूतियों से बचाने के लिए गश्त करेंगे.

यमन में हूतियों का लगातार बढ़ रहा आतंक


रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका के नेतृत्व वाली मल्टीनेशनल सिक्योरिटी इनिशएटिव में यूके, नीदरलैंड, नॉर्वे, फ्रांस, सेशेल्स, स्पेन,इटली, बहरीन जैसे देश शामिल होंगे. आपको बता दें कि साउथ रेड सी ग्लोबल ट्रेड के लिहाज से बेहद अहम मार्ग है. इस मार्ग से दुनिया के 12 फीसद व्यापार किया जाता है. अमेरिकी समर्थित इस अलायंस की घोषणा ऐसे समय हुई है जब यमन में हूतियों के हमलों में निरंतर वृद्धि देखी जा रही है.

बहुराष्ट्रीय सुरक्षा पहल वर्तमान स्थिति में जरूरी

बहरीन के दौरे पर पहुंचे अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने  घोषणा करते हुए कहा कि हुतियों से निपटना अंतर्राष्ट्रीय चुनौती है. यह सामूहिक कार्रवाई की मांग दोहराती है. ऑस्टिन ने कहा कि इसलिए मैं ऑपरेशन प्रॉस्पेरिटी गार्जियन की घोषणा कर रहा हूं. यह एक महत्वपूर्ण कई देशों से समर्थित सुरक्षा पहल है. 

इजरायल पर दागी गई थी मिसाइलें

रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में अमेरिका की ओर से तैनात गए कई वॉरक्राफ्ट ने हूतियों की मिसाइलों और ड्रोन्स को मार गिराया है. यह व्यापारित जहाजों के सुरक्षित ऑवागमन  के लिए आगे बढ़ रहे हैं. इससे पहले अमेरिकी सेना ने इजरायल पर दागे गए ड्रोन और मिसाइलों को भी मार गिराया था. इन्हें यमन की राजधानी सना से दागा गया था.