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लाखों रुपये सैलरी फिर भी करती थी गोल्ड की स्मगलिंग? मुंबई में पकड़ी गई अफगानी डिप्लोमैट तो देना पड़ गया इस्तीफा

Afghan Diplomat Zakia Wardak:  अफगानिस्तान की वाणिज्यिक राजदूत जाकिया वारडाक ने गोल्ड स्मगलिंग के आरोपों के बीच अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. 

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Afghan Diplomat Zakia Wardak

Afghan Diplomat Zakia Wardak: भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई में अफगानिस्तान के वाणिज्यिक राजदूत की कांसुलेट जनरल जाकिया वारडाक ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने कहा कि बीते एक साल से उन पर व्यक्तिगत हमले और मानहानि के आरोप लगाए जा रहे हैं. वो भारत से 25 किलो सोने की तस्करी कर दुबई भेजना की तैयारी में थी. इसी बीच  डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस ने उन्हें इंटरसेप्ट कर लिया. इसके बाद जाकिया वारडाक ने इस्तीफा दे दिया.

जाकिया वारडाक को राजनयिक छूट प्राप्त है, जिस कारण उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया है. जिस 25 किलों सोने की तस्करी कर वो दुबई भेजना चाहती थी उसकी कीमत तकरीबन 18.6 करोड़ रुपये थी.

'रची जा रही है साजिश'

उन्होंने कहा कि उन पर जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं वो इसके पीछे पहले से ही साजिश रची गई थी. इन आरोपों की वजह से उनकी क्षमता को प्रभावित करने का काम किया है. वह अफगानिस्तान में महिलाओं के बीच सकारात्मक बदलाव लाना चाहती हैं.

उन्होंने कहा- मैं बड़े अफसोस के साथ भारत में अफगानिस्तान के वाणिज्य दूतावास में अपनी भूमिका से हटने का फैसला ले रही हूं. मेरा यह फैसला 5 मई 20024 से प्रभावी होगा. पिछले एक साल से मेरे ऊपर तरह-तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं. सिर्फ मेरे खिलाफ ही नहीं बल्कि मेरे परिवार को भी इन साजिशों में शामिल किया जा रहा है.

'प्रभावित हुई कार्यक्षमता'

उन्होंने कहा कि मेरे ऊपर हुए इन व्यक्तिगत हमलों की वजह से मेरी कार्यक्षमता प्रभावित हुई है. मुझे यह ज्ञात नहीं था कि मेरे ऊपर इस तरह के गहरे आरोप लगाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि इन व्यक्तिगत हमलों के सहने की क्षमता खत्म हो चुकी थी.

उन्होंने कहा कि मेरे ऊपर इस तरह के हमले करके मेरे चरित्र को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है. अपने देश की सेवा करना और सकारात्मक बदलाव लाना चाहती हूं.