आज के समाज में सुंदरता को लेकर कई मानक बन चुके हैं. ऐसे में अगर कोई महिला अपनी सूरत को बेहतर बनाने के लिए खर्च करने से ना हिचके तो उसे अक्सर आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ता है. एक ऐसी ही महिला हैं, जिन्हें ‘दुनिया की सबसे खूबसूरत महिला’ का तमगा मिला है, लेकिन उन्होंने इसे पाने के लिए जो कदम उठाए, वे चर्चा का विषय बने हुए हैं. इस महिला का नाम है जानाइना प्रेज़ेरेस, जिन्होंने अपनी खूबसूरती पर 8 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए हैं.
अपनी खूबसूरती पर करोड़ों खर्च करने वाली जानाइना की कहानी
उन्होंने एक साक्षात्कार में कहा, "मेरी खूबसूरती एक बड़ी योजना का परिणाम है, और इसका मुझे बहुत गर्व महसूस होता है. यदि मैं खुद को बेहतर बना सकती हूं, तो मैं इसमें किसी भी प्रकार से रुकावट नहीं डालूंगी. मुझे यह महसूस होता है कि यह पैसा एक अच्छे जीवन का हिस्सा है."
सुंदरता की कीमत
जानाइना ने अपनी सूरत को सुधारने के लिए एक लंबी यात्रा तय की है. उन्होंने अब तक तीन बार नाक की सर्जरी, दो बार नाक का पुनर्निर्माण, चार लिपोसक्शन्स और बीबीएल (brazillian Butt Lift), तीन बार ब्रेस्ट सर्जरी और एक फेसलिफ्ट करवाई है. इसके अलावा, उनका दावा है कि उन्होंने अपनी हड्डी भी निकलवायी है. वह हर तीन महीने में बोटॉक्स और लिप फिलर्स की नियमित रखरखाव भी करवाती हैं, ताकि उनका लुक हमेशा फ्रेश बना रहे.
वे स्वीकार करती हैं, "लोगों को मेरी खूबसूरती को लेकर आलोचना होती है, लेकिन यह पूरी तरह से सही नहीं है कि हम सिर्फ खूबसूरत होने के नाम पर ही न्याय करें. यह कोई आसान काम नहीं है और इसे हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत और समर्पण की जरूरत होती है."
एक महिला का संघर्ष
जब खूबसूरती को लेकर लोगों की नजरें उन पर होती हैं, तो कभी-कभी जानाइना को इसके कारण परेशानी का सामना भी करना पड़ता है. उनका कहना है, "कभी-कभी अत्यधिक खूबसूरती के कारण लोग मुझे केवल एक वस्तु या ट्रॉफी के तौर पर देख लेते हैं. यही कारण है कि मुझे महिलाओं से रिश्ते बनाने में मुश्किल होती है, क्योंकि वहां प्रतिस्पर्धा और ईर्ष्या का माहौल रहता है." उन्होंने यह भी माना कि उनकी सुंदरता के कारण उनकी पेशेवर क्षमताओं को अक्सर कमतर आंका जाता है, जो उनकी सफलता के रास्ते में रुकावट डालता है.
भविष्य की दिशा
जानाइना प्रेज़ेरेस का मानना है कि भविष्य में महिलाओं को उनकी सुंदरता के अलावा उनके अन्य गुणों के लिए पहचाना जाना चाहिए. वह चाहती हैं कि समाज न केवल महिलाओं को उनकी बाहरी सुंदरता के लिए बल्कि उनके कार्यों, योग्यता और उनके अद्वितीय गुणों के लिए भी आदर दे.
उनकी कहानी हमें यह संदेश देती है कि सुंदरता बाहरी नहीं, आंतरिक भी होती है. परंतु, इस तरह की कथाएं यह भी दिखाती हैं कि यदि किसी को खुद को बेहतर बनाने का अवसर मिले, तो उसे डर या हिचकिचाहट के बिना इसका इस्तेमाल करना चाहिए. इस यात्रा के दौरान आयी कठिनाइयों और चुनौतीपूर्ण फैसलों ने जानाइना को एक मजबूत और आत्मविश्वासी महिला बना दिया है.