गाजा पट्टी में पिछले सप्ताह इजरायली हवाई हमले में 10 हमास आतंकवादियों के मारे जाने की खबर है. ये आतंकवादी 2011 में गिलाद शालित सौदे के तहत गाजा में निर्वासित किए गए थे. शिन बेट सुरक्षा एजेंसी और इजरायल रक्षा बल (IDF) ने संयुक्त रूप से इसकी पुष्टि की है. मारे गए अधिकांश आतंकवादी हमास के तथाकथित वेस्ट बैंक मुख्यालय के सदस्य थे, जो वेस्ट बैंक से या उसके भीतर इजरायल के खिलाफ हमलों को बढ़ावा देने और आतंकवादियों की भर्ती में शामिल था.
कई खूंखार आतंकी ढेर
मारे गए आतंकवादियों में रियाद अस्सिला और बासेम अबू सनिना शामिल थे, जिन पर 1998 में यरुशलम में इजरायली नागरिक हैम कर्मन की चाकू मारकर हत्या करने का आरोप था. शिन बेट के अनुसार, अस्सिला वेस्ट बैंक मुख्यालय में सक्रिय था और विशेष रूप से पूर्वी यरुशलम से आतंकवादियों की भर्ती में शामिल था. इसके अलावा, मोहम्मद सरिया भी इस हमले में मारा गया, जिस पर 1996 में वेस्ट बैंक के डोटन सिविल प्रशासन सुविधा केंद्र में आईडीएफ सैनिक स्टाफ सार्जेंट एहुद (उदी) ताल की चाकू मारकर हत्या करने का आरोप था.
दूसरी इंतिफादा के दोषी
हमले में हमास के वेस्ट बैंक मुख्यालय के सात अन्य सदस्य भी मारे गए. शिन बेट ने बताया कि ये सभी दूसरी इंतिफादा के दौरान घातक आतंकी हमलों में शामिल होने के लिए दोषी ठहराए गए थे और उन्हें आजीवन कारावास की सजा दी गई थी. 2011 के शालित सौदे में इजरायल ने 1,027 आतंकी कैदियों को रिहा कर कैद में रखे गए आईडीएफ सैनिक गिलाद शालित को मुक्त कराया था.
निर्वासन के बाद की भूमिका
शिन बेट के अनुसार, निर्वासन के बाद ये आतंकवादी वेस्ट बैंक मुख्यालय में सक्रिय रहे. “वे क्षेत्रीय समितियों में काम करते थे, जो जूडिया और समरिया क्षेत्रों में हमलों को बढ़ावा देने के लिए जिम्मेदार थीं, जिसमें हथियारों और धन को आतंकवादियों तक पहुंचाना शामिल था.”