Patna Miyazaki Mango: गर्मियों का मौसम आम के शौकीनों के लिए किसी त्योहार से कम नहीं होता. बिहार के मसौढ़ी ब्लॉक के कोरियावां गांव में अब एक ऐसा आम उगाया जा रहा है, जिसकी चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है. इस खास आम का नाम है मियाजाकी आम, जिसे 'एग ऑफ सन' यानी 'सूरज का अंडा' कहा जाता है. इसकी गहरी रूबी-लाल रंगत और बेहद रसीला स्वाद इसे बाकी आमों से अलग बनाता है.
इस आम की सबसे बड़ी खासियत है कि इसमें बिल्कुल भी रेशा नहीं होता. इसका स्वाद इतना मीठा और टेक्सचर इतना स्मूद होता है कि जैसे मुंह में घुल जाए. इसके साथ ही इसमें एक खास सुगंध होती है, जो इसे और भी खास बना देती है. हर मियाज़ाकी आम का वजन लगभग 350 से 550 ग्राम होता है और यह पूरी तरह नियंत्रित वातावरण में उगाया जाता है.
रिपोर्ट्स के अनुसार, मियाज़ाकी आम की कीमत 3 लाख रुपये प्रति किलो तक जाती है. यही वजह है कि इसे दुनिया का सबसे महंगा आम कहा जाता है. बिहार में इस खास किस्म के आम की खेती के लिए पौधे बेंगलुरु से मंगाए जाते हैं, जिनकी कीमत प्रति पौधा 500 रुपये है.
इसकी ऊंची कीमत को देखते हुए किसान इसे चोरी या नुकसान से बचाने के लिए सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में उगाते हैं. हर पौधे को बेहद देखरेख और खास तकनीक से पाला जाता है, जिससे इसकी गुणवत्ता बनी रहे. अभी बिहार में कुछ गिने-चुने किसान ही इसकी खेती कर रहे हैं, लेकिन धीरे-धीरे इसकी लोकप्रियता बढ़ रही है.
बिहार वैसे भी अपने मालदा, जर्दालु, अमरपाली और बीज्जू जैसे आमों के लिए जाना जाता है, लेकिन मियाज़ाकी की खेती के साथ अब राज्य दुनिया के सबसे महंगे आम उत्पादकों की सूची में शामिल होने की ओर बढ़ रहा है.