Delhi Winter Fog: इन दिनों दिल्ली-एनसीआर घने कोहरे की चादर में लिपटा हुआ है. कोहरे की वजह से तापमान में काफी गिरावट देखी गई. दिल्ली में मौसम का हाल देखते हुए भारत मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. घने कोहरे की वजह से लोगों की आम जिंदगी पर काफी असर पड़ रहा है. दिल्ली एयरपोर्ट पर 200 से अधिक उड़ानें देरी से चलीं और उत्तर भारत में दर्जनों ट्रेनों पर असर पड़ा. आइए जानते हैं कि क्यों इस समय दिल्ली और अन्य इण्डो-गेंगेटिक मैदानों में इतना घना कोहरा होता है.
सर्दियों में सुबह के समय जमीन का तापमान तेजी से गिर जाता है. यह ठंडी हवा जमीन के पास आते ही इतनी ठंडी हो जाती है कि हवा में मौजूद नमी पानी की बूंदों में बदलकर कोहरा बनाती है.
यह कोहरा तब बनता है जब जमीन बहुत जल्दी ठंडी हो जाती है, खासकर जब रात को आकाश साफ होता है और हवा की गति बहुत कम होती है. इस प्रकार का कोहरा आमतौर पर रात के समय और सुबह के दौरान बनता है.
शांत हवा या बहुत हल्की हवा के कारण कोहरे का बना रहना आसान होता है. हवा कोहरा हटा भी सकती है, लेकिन अगर हवा नहीं चल रही हो तो कोहरा बना रहता है.
उच्च आर्द्रता (high humidity) या पिछले दिनों हुई बारिश से हवा में नमी अधिक हो सकती है, जिससे कोहरा बनने की संभावना बढ़ जाती है. इसके अलावा कभी-कभी अरब सागर या बंगाल की खाड़ी से नमी दिल्ली क्षेत्र में पहुंचती है, जिससे कोहरा और घना हो जाता है.
दिल्ली-एनसीआर और पूरे इण्डो-गेंगेटिक मैदानों में कोहरे का होना आम बात है. इस क्षेत्र का भूगोल सपाट है, जिससे हवा की गति कम रहती है और प्रदूषण भी इधर ही फंसा रहता है, जो कोहरे को और घना बनाता है.
सर्दियों में पश्चिमी विक्षोभ के वजह से हिमालय में बर्फबारी या बारिश होती है, लेकिन कभी-कभी इससे पैदा हुई नमी जब ठंडी हवा के साथ मिलती है, तो यह मैदानों में कोहरे का कारण बन सकती है. हालांकि, अगर विक्षोभ कमजोर हो या दूर हो, तो यह केवल नमी बढ़ाता है, जिससे कोहरा और ज्यादा होता है.
कभी-कभी गर्म हवा का एक परत ठंडी हवा के ऊपर बैठ जाती है, जिससे कोहरा ऊपर की हवा में फंसा रहता है और नहीं उड़ पाता. यह खासकर सुबह के समय होता है जब जमीन ज्यादा ठंडी होती है और ऊपर की हवा गर्म रहती है.