दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में हुए हादसे में तीन स्टूडेंट्स की मौत हो गई थी. इस घटना के बाद से ही कई छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं और लगातार धरने पर बैठे हैं. दिल्ली नगर निगम और दिल्ली पुलिस इस केस में कार्रवाई भी कर रही है. अब दिल्ली नगर निगम के अडिशनल कमिश्नर तारिक थॉमस प्रदर्शनकारी छात्रों को समझाने उतरे हैं. उन्होंने छात्रों को समझाते हुए कहा कि इस मामले में सबकी गलती है और इसे स्वीकार करके आगे बढ़ना चाहिए. प्रदर्शनकारी छात्रों ने भी अपनी तकलीफ उनके सामने बयां की जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
प्रदर्शन कर रहे छात्र अब भूख हड़ताल पर भी उतर आए हैं. हादसे के अगले ही दिन दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने भी प्रदर्शनकारी छात्रों से मुलाकात की थी और कार्रवाई का भरोसा दिया था. इस मामले में कई इंजीनियरों को सस्पेंड किया जा चुका है और आधा दर्जन से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है. नगर निगम और दिल्ली पुलिस की रिपोर्ट भी सामने आ गई है. नगर निगम की रिपोर्ट के मुताबिक, कोचिंग में निर्माण संबंधी खामियां पाई गई हैं.
अब प्रदर्शनकारी छात्रों को समझाने की जिम्मेदारी एमसीडी के अडिशनल कमिश्नर तारिक थॉमस को सौंपी गई है. बुधवार को इन छात्रों को समझाने पहुंचाने तारिक थॉमस ने अपनी बात भी कही और छात्रों की समस्याएं भी सुनीं. उन्होंने छात्रों से कहा, 'यहां स्ट्रक्चरल समस्याएं हैं और उनको हल करने का एक तरीका है. मैं कह रहा हूं कि यह हम सबकी और व्यक्तिगत तौर पर मेरी भी नाकामी है. मैं यहां खुलकर कह रहा हूं कि यह हमारी कमी है और ऐसा हादसा नहीं होना चाहिए था.'
उन्होंने कहा, 'मैं मान रहा हूं कि हमें अपनी ड्यूटी और बेहतर तरीके से करनी चाहिए थी, इसमें कोई एक्सक्यूज नहीं है. जांच हो रही है.' छात्रों के सवालों का जवाब देते हुए तारिक थॉमस ने कहा, 'दिल्ली में इतनी तेजी से विस्तार हुआ है कि समस्या बढ़ गई है.' उनके समझाने के बाद छात्रों ने कहा कि वे अपनी हड़ताल खत्म नहीं करेंगे लेकिन पानी पीने को तैयार हैं. छात्रों का कहना है कि भूख हड़ताल तभी खत्म की जाएगी जब वे उपराज्यपाल से मिल लेंगे.
बता दें कि अभी तक दर्जनों कोचिंग के बेसमेंट को सील किया जा चुका है. साथ ही, जिम्मेदार अधिकारियों को सस्पेंड करके जांच की जा रही है. इस मामले में राजनीति भी खूब हो रही है