दिल्ली के राजेंद्र नगर हादसे में पुलिस ने कई लोगों गिरफ्तार किया है. इनमें जिस एसयूवी के गुजरने से बेसमेंट में पानी भरा, उसके ड्राइवर को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. वीडियो में दिख रहा है कि सड़क पर पानी भरा हुआ था तभी एक थार गाड़ी निकली जिसके बाद कोचिंग का गेट टूट गया और बेसमेंट में पानी घुसना शुरू हो गया. दिल्ली पुलिस ने मनोज कथूरिया नाम के एसयूवी ड्राइवर को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है.
कथूरिया पर आरोप है कि वह पानी से भरी सड़क पर तेज रफ्तार में गाड़ी लेकर गुजरा था. इससे आई तेज लहर ने कोचिंग सेंटर का गेट तोड़ दिया. अब कथूरिया की पत्नी ने कहा कि मेरे पति ने कुछ भी गलत नहीं किया है. न्यूज18 से बात करते हुए शिमा ने कहा कि रविवार शाम को पुलिस मेरे घर आई और मेरे पति से घटना के बारे में पूछा. उन्होंने कहा कि घटना के समय उनकी कार संस्थान के सामने चल रही थी और वे उन्हें पूछताछ के लिए ले जाना चाहते हैं. जाहिर है, जब पुलिस आपके दरवाजे पर आती है, तो आप चिंतित हो जाते हैं, लेकिन उन्होंने हमें आश्वासन दिया कि कोई आपराधिक दायित्व नहीं होगा. उन्होंने उसे उसी कार में जाने के लिए कहा और कहा कि पूछताछ खत्म होने के बाद आप और आपकी गाड़ी बहुत जल्द वापस आ जाएगी.
उन्होंने बताया कि 20 मिनट के भीतर ही उनके ससुर को मनोज का फोन आया कि वे उसे गिरफ्तार कर रहे हैं. हम घबरा गए. लंबे समय तक हमें नहीं पता था कि उसके खिलाफ क्या आरोप हैं. और फिर हमें पता चला कि वे सबसे गंभीर आरोप लगा रहे हैं - धारा 105 जो गैर-जमानती है. अगले दिन, हमारे वकील ने एफआईआर की कॉपी पाने के लिए कई बार अनुरोध किया, लेकिन इसे संवेदनशील मामला बताकर मना कर दिया गया. आखिरकार हमें सुनवाई के दौरान जज के सामने एफआईआर की कॉपी सौंपी गई. इसलिए, वकील के पास सुनवाई की तैयारी करने का कोई तरीका नहीं था.
कथूरिया की पत्नी ने कहा कि वीडियो में साफ दिख रहा है कि कार तेज गति से नहीं चल रही थी जैसा कि पुलिस ने आरोप लगाया है. ब्रेक लाइट ऑन थी. ऐसी स्थिति में जब पानी आपकी कार के बोनट तक आ जाता है, कोई भी व्यक्ति जानबूझकर उसमें नहीं जाना चाहता, इसलिए वह लगातार ब्रेक लगा रहे थे. जब तक उसे एहसास हुआ कि पानी बोनट तक आ गया है, तब तक उसके लिए वापस मुड़ना बहुत देर हो चुकी थी. आगे बढ़ने का एकमात्र तरीका पानी से भरी सड़क को पार करना और सुरक्षित स्थान पर पहुंचना था, जो कोई भी गाड़ी चलाने वाला करता है. उसने यही किया.
न्यायपालिका पर भरोसा जताते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें यकीन है कि उनके पति जल्द ही बाहर आ जाएंगे. कार पहले गियर में चल रही थी. मेरे पति ने कुछ भी गलत नहीं किया है. उन्होंने आगे कहा हम उसका नाम साफ़ करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे. वह एक निर्दोष व्यक्ति है जो ऐसी स्थिति में सुरक्षित स्थान पर पहुंचने की कोशिश कर रहा थे. मुझे यकीन है कि न्यायपालिका इस पर ध्यान देगी और न्याय की जीत होगी.
उन्होंने कहा, कोचिंग सेंटर का गेट ऐसे नहीं टूट सकता. इलाके में लगातार पानी भरने की वजह से गेट कमज़ोर हो गया होगा. हो सकता है कि पहले भी पानी गेट से टकराता रहा हो. मेरे पति की कार से पानी का रिसाव आखिरी वजह रहा होगा और इसी वजह से गेट कमज़ोर हुआ होगा, जिससे वह टूट गया. अगर वह रुक जाता तो कार रुक जाती. उसे नहीं पता था कि वह किन इमारतों को पार कर रहा है. हम कभी उन संस्थानों में नहीं गए है, न ही हमें पता था कि वे कैसे काम करते हैं.