Uttarkashi Tunnel Collapse: उत्तरकाशी के यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिल्क्यारा से डंढाल गांव के बीच निर्माणाधीन सुरंग में 40 मजदूरों को बचाने की जंग जारी है. आज आठवां दिन हैं. इस बीच सुरंग में 41वें मरीज के फंसे होने की खबर भी आ रही है. आज सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी सिल्क्यारा का दौरा करेंगे. खबरों के मुताबिक गडकरी रविवार सुबह 11 बजे उत्तरकाशी पहुंचेगें. उनके साथ उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी रहेंगे.
#WATCH | Uttarakhand | Uttarkashi tunnel rescue: Former Advisor PMO Bhaskar Khulbe says, "...Efforts are on to bolster the entire area's strength to the order that it remains totally safe for workers to approach the rescue work that we are intending to do..." pic.twitter.com/c6JydceVTf
— ANI (@ANI) November 18, 2023
भारत सरकार के सलाहकार भास्कर खुल्बे ने बताया कि मजदूरों को बचाने के लिए एक साथ 5 प्लान पर काम किया जाएगा. राज्य और केंद्र सरकार की 6 एजेंसियां साथ मिलकर काम करेंगी. प्लान के तहत सिल्क्यारा छोर, बड़कोट छोर और सुरंग के ऊपर और दाएं और बाएं से ड्रिलिंग करके मजदूरों को निकालने की कोशिश की जाएगी.
सिल्क्यारा सुरंग में फंसे हुए मजदूरों को बाहर निकालने के लिए बचाव अभियान शुरू होने के साथ ही उन्नत मशीनें पहुंचनी शुरू हो गई हैं.
#WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue operation | Advanced machines start to arrive at Silkyara tunnel as rescue operation to bring out the stranded victims is underway.
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 19, 2023
A part of the Silkyara tunnel collapsed in Uttarkashi on November 12. pic.twitter.com/G6OwyTagfc
सुरंग के मुख्य द्वार पर बने एक मंदिर में मजदूरों को बचाने के लिए प्रार्थना की जा रही है. बीते 12 नवंबर से ही उत्तरकाशी में सिल्क्यारा सुरंग का एक हिस्सा ढह गया था, जिसमें 41 मजदूर फंस गए थे.
#WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel incident | Prayers being offered at a temple that has been built at the main entrance of the tunnel where rescue operations to bring out the stranded victims are underway.
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 19, 2023
A part of the Silkyara tunnel collapsed in Uttarkashi on November… pic.twitter.com/gEiurfNVtQ
ऑगर मशीन से की जा रही ड्रिलिंग को फिलहाल रोक दिया गया है. सुरंग के ऊपर और साइड से ड्रिलिंग की जाने की तैयारी की जा रही है. मजदूरों को बचाने की हर संभव कोशिश की जा रही है. अमेरिकी ऑगर मशीन से शुक्रवार देर रात तक 24 मीटर तक की ड्रिलिंग की गई थी. जिसके बाद खतरे को देखते हुए ड्रिलिंग का काम रोक दिया गया था. दरअसल, मशीन के जिस ओर से ड्रिलिंग की जा रही थी वहां कंपन से सुरंग में मलबा गिरने का खतरा था. कंपन के चलते मलबे में दरारें भी आई हैं. इसलिए अब मजदूरों को बचाने के लिए साइड से ड्रिलिंग की जाएगी.
सुरंग में फंसे हुए मजदूरों को बाहर निकालने में हो रही देरी से साथी मजदूरों में आक्रोश देखा जा रहा है. शनिवार को मजदूरों ने सुरंग निर्माण से जुड़ी एनएचआईडीसीएल व निर्माण कंपनी नवयुगा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया. उन्होंने कंपनी पर आरोप लगाते हुए कहा कि कंपनी सुरंग को बचाना चाहती है न कि मजदूरों को. मजदूरों को बाहर निकालने में देरी की जा रही है.
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