नई दिल्ली: सनातन धर्म को लेकर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और उनके बेटे उदयनिधि स्टालिन द्वारा दिए गए विवादित बयान को लेकर हर तरफ विरोध जारी है. इसी बीच विरोध की एक नई तस्वीर मध्य प्रदेश के जबलपुर से आ रही है जहां मंदिरों की सीढ़ियों और फर्श पर चिपकाई गई उदयनिधि और एमके स्टालिन की तस्वीरें चिपकाई गई है. दर्शन करने आ रहे श्रद्धालु इस तस्वीरों पर पैर रखकर मंदिर में पहुंच रहे हैं. आपको बता दें, जबलपुर के प्राचीन बजरंग मठ सूपाताल, गैबीनाथ मंदिर, गुप्तेश्वर महादेव मंदिर सहित कई मंदिर में ये तस्वीरें चिपकाई गई है.
वार्ड पार्षद जीतू कटारे में इन चित्रों को मंदिर की सीढ़ियों पर चिपकाएं हैं. उदयनिधि और एमके स्टालिन पर हमला बोलते हुए जीतू कटारे ने कहा कि शायद कुछ लोग भूल चुके हैं कि हम सनातनी लोग एक हाथ में माला रखते हैं तो वहीं दूसरे हाथ में माला रखते हैं. जीतू ने आगे कहा कि उदयनिधि और एमके स्टालिन जैसे देशद्रोही मानसिकता रखने वाले लोगों को हम उनकी औकात याद दिलाने का प्रयास किया है.
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क्या है पूरा मामला
दरअसल, एक कार्यक्रम के दौरान उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म पर हमला बोलते हुए कहा था कि कुछ चीजें हैं जिसे खत्म करना जरूरी है, हम केवल विरोध नहीं कर सकते हैं. उन्होंने कहा था कि मच्छर, डेंगू बुखार, मलेरिया, कोरोना का हम विरोध नहीं कर सकते बल्कि इन्हें मिटाना है और सनातन धर्म भी ऐसा ही है. स्टालिन के इस बयान पर जमकर सियासत हो रही है.
स्टालिन ने अपने विवादित बयान को लेकर माफ़ी नहीं मांगी थी और कहा था कि मैं अपने बयान पर कायम हूं. हालांकि बीते दिनों, उदयनिधि स्टालिन ने सफाई देते हुए कहा था कि मेरे बयान का गलत मतलब निकाला गया है. उन्होंने आगे कहा कि हम किस भी धर्म के दुश्मन नहीं हैं.
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