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India Daily

संबलपुर में अनोखा गणेशोत्सव, स्वर्ण जयंती वर्ष पर क्लब ने 1,500 किलो सेबों से बनाई 26 फीट ऊंची गणेश प्रतिमा

ओडिशा के संबलपुर में स्थित नटराज क्लब ने गणेश चतुर्थी के अवसर पर एक अनोखी पहल करते हुए 26 फीट ऊंची भगवान गणेश की प्रतिमा सेबों से बनाई है. करीब 1,500 किलो सेब से तैयार यह प्रतिमा क्लब की 50वीं सालगिरह यानी स्वर्ण जयंती का प्रतीक है. इस प्रतिमा के जरिए क्लब स्वास्थ्य और समाजहित का संदेश भी दे रहा है.

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Edited By: Kuldeep Sharma
lord ganesh
Courtesy: web

गणेशोत्सव को लेकर देशभर में तैयारियां जोरों पर हैं, लेकिन इस बार संबलपुर के क्षेत्तरायपुर स्थित नटराज क्लब ने अपनी अलग पहचान बना ली है. क्लब ने भगवान गणेश की 26 फीट ऊंची प्रतिमा पूरी तरह से सेबों से बनाई है. यह प्रतिमा जहां श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रही है, वहीं समाज को स्वास्थ्य और संतुलित जीवन का संदेश भी दे रही है.

नटराज क्लब इस वर्ष अपनी गणेश पूजा की स्वर्ण जयंती मना रहा है. इस खास अवसर को यादगार बनाने के लिए क्लब ने प्रतिमा को सेबों से तैयार करने का निर्णय लिया. सेब को स्वास्थ्य का प्रतीक माना जाता है और इसे भगवान गणेश की प्रिय भेंटों में भी शामिल किया जाता है. लाल और हरे रंग के सेबों से सजी यह प्रतिमा न केवल देखने में भव्य है बल्कि लोगों को स्वास्थ्य के महत्व की भी याद दिलाती है.

सदस्यों की मेहनत और समर्पण

इस प्रतिमा को बनाने में किसी भी पेशेवर कलाकार की मदद नहीं ली गई है. क्लब के 15 से 16 स्थानीय सदस्य, जो व्यवसायी हैं, पिछले दो महीनों से लगातार मेहनत कर रहे हैं. वरिष्ठ सदस्य गोपाल पंसारी ने बताया कि इस विचार को तीन साल पहले सोचा गया था और अब स्वर्ण जयंती पर इसे साकार किया गया है. उन्होंने कहा 'हमारा लक्ष्य इस बार कुछ असाधारण करने का था ताकि यह पल हमेशा याद रहे.'

चंदा नहीं लेने की है परंपरा

नटराज क्लब की एक खास परंपरा है कि यह किसी तरह का चंदा नहीं लेता और न ही कोई तय बजट बनाता है. आयोजन का पूरा खर्च सदस्य स्वयं उठाते हैं. पहले भी क्लब ने केले, लड्डुओं और नारियल जैसे अलग-अलग सामानों से गणेश प्रतिमाएं बनाकर सामाजिक संदेश दिए हैं. इस बार सेब से बनी प्रतिमा स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने का प्रतीक है.

भक्ति और सामाजिक संदेश

क्लब के वरिष्ठ सदस्य शिव कुमार राठी ने बताया कि प्रतिमा बनाने के दौरान सदस्य दिन-रात मेहनत करते हैं और नींद तक छोड़ देते हैं. उनके अनुसार 'हमारा समर्पण ही हमें प्रेरित करता है. इस बार हमने सेबों को चुना है ताकि लोगों को अच्छे स्वास्थ्य का महत्व समझा सकें. उत्सव समाप्त होने के बाद ये सेब जरूरतमंदों में बांटे जाएंगे.' इस प्रकार नटराज क्लब भक्ति और समाजसेवा दोनों को एक साथ जोड़ रहा है.