थाईलैंड में एक प्रसिद्ध बौद्ध भिक्षु लुआंग फोर अलोंगकॉट को एड्स सेंटर के लिए दान की गई धनराशि के गबन के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. 65 वर्षीय अलोंगकॉट को लोपबुरी प्रांत के उनके मंदिर में गिरफ्तार किया गया. उन्होंने किसी भी गलत काम से इनकार किया है. अलोंगकॉट वाट फ्राबटनाम्पू मंदिर के प्रमुख हैं, जहां 1992 में एड्स/एचआईवी प्रभावितों के लिए देखभाल केंद्र की शुरुआत हुई थी.
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, ये सेंटर, जिसने भिक्षु को एक मानवतावादी के रूप में प्रसिद्धि दिलाई, अन्य बीमारियों से ग्रस्त लोगों को भी आश्रय देता है और उनके बच्चों को शिक्षा प्रदान करता है. पुलिस ने मंदिर के लिए धन इकट्ठा करने में मदद करने वाले प्रभावशाली शख्स सेक्सन सप्सुब्बसाकुल को भी गिरफ्तार किया. जांच के अनुसार, मंदिर के धन के दुरुपयोग की जांच पहले प्रभावशाली शख्स से शुरू हुई, जो बाद में भिक्षु अलोंगकॉट तक फैल गई. जैसे-जैसे धन के गलत प्रबंधन की अफवाहें फैलीं, भिक्षु ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया.
भिक्षु का सहयोग और विलगम का प्रावधान
थाईलैंड के सीनियर पुलिस अधिकारी जारूनकियाट पंकाव ने कहा कि भिक्षु "पुलिस के साथ अच्छी तरह सहयोग कर रहा था और बिना जबरदस्ती के विलगम होने को तैयार था". एपी न्यूज एजेंसी के अनुसार, भिक्षुओं को आरोप लगाए जाने से पहले विलगम होना जरूरी होता है. थाईलैंड में 90% आबादी बौद्ध है और भिक्षुओं का सम्मान बहुत ज्यादा है. हालांकि, हाल के सालों में भिक्षु संघ विवादों से ग्रस्त रहा है.
भिक्षुओं पर धन गबन और अनैतिक संबंधों के लगे आरोप
"सिका गोल्फ" कांड ने देश के बौद्ध समुदाय में झटका दिया, जिसमें गबन और अनैतिक संबंधों के दावे शामिल हैं. पुलिस अन्य संभावित अपराधों के साथ-साथ आरोपों की जांच कर रही है कि मंदिर के धन का इस्तेमाल एक महिला को शानदार गिफ्ट देने के लिए किया गया, जिसमें एक महंगी कार शामिल है. 6 अगस्त को, अधिकारियों ने थाईलैंड के तीन प्रांतों में रेड डाली थी, जिसमें तीन पुरुषों को गिरफ्तार किया गया, इस गिरफ्तारी में बैंकॉक के एक प्रमुख मंदिर के 59 वर्षीय पूर्व प्रमुख भिक्षु शामिल हैं.
जानिए क्या है पूरा मामला?
थिवाकोर्न दीप्राई पर मंदिर के खजाने से 150,000 पाउंड से ज्यादा की रकम का गबन करने का आरोप है, जो रिंगलीडर विलावन एमसावत, जिन्हें "सिका गोल्फ" के नाम से जाना जाता है, उनको भेजी गई, जिनके साथ उनका लव अफेयर चल रहा था.
थिवाकोर्न के करीबी मित्र और रिश्तेदार संतिचाई फोंगसाईसी, (38), को भी निजी नाव घाट किराए की फीस से 20,000 पाउंड हड़पने का आरोप लगाकर गिरफ्तार किया गया, जो कैश को अपने खातों में मोड़ दिया. एक अन्य पूर्व प्रमुख भिक्षु, विराट वचरासित्थिमेथी, को एक विश्वविद्यालय परियोजना के लिए 60,000 पाउंड के दान को चुराने का आरोप लगाकर गिरफ्तार किया गया. उस धन का कुछ हिस्सा भी सिका गोल्फ के पास पहुंचा.