टीएमसी के एक नेता और उसके गुर्गों पर लगे संदेशखाली की महिलाओं के खिलाफ कथित यौन उत्पीड़न और जमीन हड़पने के कथित आरोपों के बीच टीएमसी ने एक स्थानीय टीवी चैनल पर प्रसारित हुए एक कथित स्टिंग ऑपरेशन का वीडियो शेयर किया है. वीडियो शेयर कर टीएमसी ने दावा किया है कि संदेशखाली पार्टी के नेता और कार्यकर्ताओं पर लगे आरोप झूठे थे और यह आरोप भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी के इशारे पर लगाए गए थे. बता दें कि बशीरहाट लोकसभा क्षेत्र संदेशखाली का एक हिस्सा है, जिस पर सातवें चरण के तहत 1 जून को मतदान होगा.
भाजपा ने रेखा पात्रा को बनाया उम्मीदवार
भाजपा ने इस सीट पर रेखा पात्रा को उम्मीवार बनाया है. रेखा पात्रा वही महिला हैं जिन्होंने सबसे पहले संदेशखाली में टीएमसी नेता व कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए महिलाओं के कथित यौन उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाई थी और टीएमसी के खिलाफ हुए प्रदर्शन की अगुवाई की थी.
अभिषेक बनर्जी ने संदेशखाली मामले को बताया भाजपा का षड्यंत्र
एक स्थानीय टीवी चैनल पर प्रसारित किए गए एक कथित स्टिंग ऑपरेशन के वीडियो को ट्वीट करते हुए टीएमसी नेता और ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने लोगों को देखना चाहिए कि कैसे अपने राजनीतिक लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए भाजपा ने बंगाल की छवि और प्रतिष्ठा को धूमिल किया. उन्होंने आगे लिखा कि संदेशखाली स्टिंग वीडियो को देखकर मैं स्तबंध हूं. हर एक नागरिक को अपने क्षुद्र राजनीतिक उद्देश्यों के लिए पश्चिम बंगाल को बदनाम करने और बांग्ला विरोधी भाजपा के सुनियोजित प्रयास को अवश्य देखना चाहिए. यह घृणित कार्य इतिहास में सत्ता के सबसे बड़े दुरुपयोग का प्रतीक है. शर्म की बात है. बनर्जी ने आगे कहा कि बंगाल के लोग इस साजिश का जवाब देंगे.
ममता बनर्जी ने भी पोस्ट किया वीडियो
बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने भी अपने ट्विटर हैंडल से इस वीडियो को शेयर किया है. वीडियो शेयर कर उन्होंने लिखा, ' संदेशखाली का यह स्टिंग वीडियो दिखाता है कि भाजपा में जड़ें कितनी गहरी हैं. उन्होंने हर स्तर पर बंगाल को बदनाम करने की कोशिश की है. दिल्ली ने राज्य और यहां के लोगों को बदनाम करने की कोशिश की है. बंगालवासी इसका ऐसा जवाब देंगे जिसे इतिहास याद रखेगा. लोग इन बांग्ला-विरोधियों को माफ नहीं करेंगे. बंगाल की माताएं-बहने इसका बदला लेंगी.'
बीजेपी नेता राहुल सिन्हा ने किया पलटवार
वहीं इस वायरल वीडियो पर पलटवार करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता राहुल सिन्हा ने कहा कि इस स्टिंग वीडियो में कोई दम नहीं है. वे एक व्यक्ति को जो वास्तव में टीएमसी बूथ का अध्यक्ष है, उसे हमारे बूथ का प्रमुख बता रहे हैं. ममता बनर्जी कभी भी संदेशखाली की पीड़ित महिलाओं से मिलने नहीं गईं.
शाहजहां शेख पर लगे थे यौन उत्पीड़न के आरोप
गौरतलब है कि संदेशखाली हिंसा मामले में टीएमसी नेता शाहजहां शेख पर महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न, उनकी जमीनें हड़पने और ईडी पर हमला करने के आरोप लगे हैं. फिलहाल शाहजहां शेख जेल में बंद है और उस पर लगे आरोपों की जांच की जा रही है.