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Video: अस्पताल पहुंचा घायल शख्स, नर्स और डॉक्टर्स सब थे गायब; फिर सफाई कर्मचारी ने की घाव पट्टी

Viral Video: तिरुपुर के एक सरकारी अस्पताल में सफाई कर्मचारी द्वारा मरीज का घाव पट्टी करने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.

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Edited By: Princy Sharma
Tirupur Hospital
Courtesy: X

Tirupur Hospital: तिरुपुर के एक सरकारी अस्पताल में सफाई कर्मचारी द्वारा मरीज का घाव पट्टी करने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. जिससे अस्पताल की वर्क सिस्टम पर सवाल उठने लगे हैं. यह घटना 6 जून को मादथुकुलम तालुक सरकारी अस्पताल में हुई, जब 42 वर्षीय व्यापारी C. Angeshwaran क्रिकेट खेलते वक्त घायल हो गए थे और उन्हें अस्पताल लाया गया था.

घायल अंगेश्वरन को अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया था, लेकिन हैरानी की बात यह थी कि अस्पताल में मौजूद चिकित्सक और नर्स के बजाय एक सफाई कर्मचारी ने मरीज का घाव साफ किया. वीडियो में देखा जा सकता है कि सफाई कर्मचारी घाव को ठीक करने के लिए पहले कपड़े हटाती है और फिर घाव की पट्टी करने लगती है.

वीडियो रिकॉर्ड करना शुरू किया

जब इस बारे में सवाल किए गए, तो सफाई कर्मचारी ने बताया कि वह आमतौर पर मरीजों के घाव की पट्टी करती है. लेकिन जब BJP के जिला महासचिव A. Vaduganathan ने वीडियो रिकॉर्ड करना शुरू किया, तो सफाई कर्मचारी घबराकर वहां से चली गई और कहा कि वह नर्स को लाती है. इसके बाद ही नर्स और ड्यूटी डॉक्टर ने आकर इलाज शुरू किया.

तीखी प्रतिक्रिया

इस घटना पर PMK अध्यक्ष Anbumani Ramadoss ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर लिखा, 'यह हास्यास्पद है कि अस्पताल यह कह रहा है कि सफाई कर्मचारी ने केवल कपड़ा हटाया था, जबकि घाव की पट्टी करना सफाई कर्मचारी का काम नहीं है.' 

तिरुपुर की स्वास्थ्य सेवा की संयुक्त निदेशक डॉ. मीरा ने भी पुष्टि की कि सफाई कर्मचारी को ऐसी चिकित्सा प्रक्रिया करने का अधिकार नहीं था. उन्होंने कहा, 'इस मामले में ड्यूटी डॉक्टर के खिलाफ जांच शुरू की गई है और उनका स्पष्टीकरण मांगा जाएगा.' 

कर्मचारी की कमी का मुद्दा भी सामने आया

Vaduganathan ने बताया कि उनकी पार्टी ने पहले ही तिरुपुर के जिलाधिकारी से कर्मचारियों की कमी को दूर करने के लिए याचिका दायर की थी और 14 जून को विरोध प्रदर्शन भी किया था. उन्होंने कहा, 'यह वीडियो इस बात का प्रमाण है कि अस्पतालों में कर्मचारियों की कमी की स्थिति कितनी गंभीर हो चुकी है.'