केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा है कि अगर पाकिस्तान पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को छोड़ने से इनकार करता है तो भारत को उसके खिलाफ युद्ध की घोषणा कर देनी चाहिए. पहलगाम आतंकी हमले को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव के बीच यह टिप्पणी आई है. रविवार को लोनावाला में पत्रकारों से बात करते हुए सामाजिक न्याय राज्य मंत्री ने पहलगाम आतंकी हमले की निंदा की. उन्होंने कहा कि जब तक पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर रहेगा, तब तक आतंकवादियों की गतिविधियां जारी रहेंगी.
अठावले ने कहा कि जब तक पीओके मौजूद है, आतंकवादी गतिविधियां जारी रहेंगी. मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध करता हूं कि अगर पाकिस्तान पीओके नहीं सौंपता है तो हमें उनके खिलाफ युद्ध की घोषणा करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि भारत को इस क्षेत्र पर नियंत्रण करना चाहिए क्योंकि आतंकवादी यहीं से घुसपैठ करते हैं.
उन्होंने कहा कि आतंकवादी बार-बार उसी रास्ते से भारत में घुसते हैं. इसलिए भारत को पीओके पर नियंत्रण करना चाहिए. उन्होंने चेतावनी दी कि पाकिस्तान इस इलाकों का खाली करना पड़ेगा, वरना भारत युद्ध छेड़ने में संकोच नहीं करेगा. अठावले ने विपक्ष से आग्रह किया कि सरकार का इसपर समर्थन करे.
रामदास अठावले कहा, विपक्ष को हमारे साथ खड़ा होना चाहिए. डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर ने हमें यही सिखाया है कि जब जरूरत हो तो देश के साथ खड़े रहो." आतंकवादियों के एक समूह ने पहाड़ों से उतरकर जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के पास एक घास के मैदान में पर्यटकों पर हमला किया, जिसमें 26 लोग मारे गए. भारत ने इस हमले को लेकर पाकिस्तान के खिलाफ दंडात्मक कदम उठाए हैं, जिसमें सिंधु जल संधि को निलंबित करना और देश के उच्चायोगों की ताकत को कम करना शामिल है. विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तानी नागरिकों को दिए गए वीजा भी रद्द कर दिए हैं.